गुजरात: दो हजार करोड़ की होरोइन जब्त, कांडला बंदरगाह से 16 किलोमीटर दूर मिली बड़ी खेप, जानें पूरा मामला
By विनीत कुमार | Published: April 22, 2022 11:28 AM2022-04-22T11:28:37+5:302022-04-22T12:03:22+5:30
गुजरात के कच्छ में कांडला बंदरगाह से करीब 16 किमी दूर हेरोइन की बड़ी खेप जब्त की गई है। इसका वजन करीब 350 किलोग्राम है और कीमत दो हजार करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।
अहमदाबाद: गुजरात एटीएस और राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) के संयुक्त अभियान के तहत कच्छ में कांडला बंदरगाह से करीब 16 किमी दूर एक निजी कंटेनर फ्रेट स्टेशन (सीएफएस) से दो हजार करोड़ रुपये की 350 किलोग्राम से अधिक हेरोइन जब्त की गई है। हेरोइन की ये बड़ी खेप बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात को जब्त की गई।
'अहमदाबाद मिरर' के अनुसार एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि उत्तराखंड में पंडरी सिसोना के बालाजी ट्रेडर्स द्वारा 394400 किलोग्राम वजन के 10,318 जिप्सम पाउडर बैग के 17 कंटेनर आयात किए गए थे। यह खेप ईरान के बंदार अब्बास से से आयात किया गया था। ये जानकारी भी सामने आई है कि जिस खेप से ड्रग्स जब्त किए गए हैं उसे अक्टूबर 2021 में लोड किया गया था। माना जा रहा है कि हेरोइन जब्ती का आंकड़ा और बढ़ सकता है क्योंकि फॉरेंसिक विशेषज्ञ जिप्सम पाउडर से हेरोइन को अलग करने के लिए बैग की जांच करते हैं। इस खेप के लिए 2,48,470 रुपये शुल्क का भुगतान किया गया था।
कैसे हाथ लगी ड्रग्स की ये बड़ी खेप
एटीएस अधिकारियों के अनुसार कांडला पोर्ट (आधिकारिक तौर पर दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी) के पास खेप लगभग छह महीने से लावारिस पड़ी थी। एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हमें एक गुप्त सूचना मिली और हमने डीआरआई को सूचना दी।' फिलहाल गुजरात एटीएस और डीआरआई की एक टीम मामले की जांच कर रही है लेकिन मामले को एनआईए को सौंपे जाने की संभावना है। ईरान से खेप आयात कराने वाली कंपनी का पता लगाने के लिए गुजरात से एक टीम पहले ही उत्तराखंड के लिए रवाना हो चुकी है।
कहां से आई हेरोइन की ये खेप?
अधिकारियों ने कहा कि उन्हें संदेह है कि यह खेप मूल तौर पर अफगानिस्तान के कंधार से आई थी, जिसे पाकिस्तान के रास्ते ईरान ले जाया गया और वहां से यह कांडला बंदरगाह के लिए रवाना किया गया। शुरुआत जांच में पता चला है कि हेरोइन को गुजरात से पंजाब और दिल्ली ले जाया जाना था। अधिकारियों ने कहा कि वे नशीले पदार्थों को पंजाब ले जाने के लिए ड्रग माफियाओं द्वारा अपनाए जाने वाले रास्तों को भी देख रहे हैं।
अधिकारी ने कहा, 'बंदरगाह के कुछ कर्मचारी भी जांच के दायरे में हैं क्योंकि खेप बंदरगाह से होकर निजी माल ढुलाई द्वारा स्टेशन पर उतरने में कामयाब रही।' एक अधिकारी ने कहा, 'हमें संदेह है कि इस जब्ती और मुंद्रा बंदरगाह से बरामद हेरोइन के बीच कोई संबंध है।ट इससे पहले सितंबर 2021 में मुंद्रा बंदरगाह से 2998 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी। जांच से पता चला कि टैल्क स्टोन पाउडर के साथ मिश्रित हेरोइन के साथ एक और खेप मुंद्रा बंदरगाह पर अधिकारियों की नजर से बच गई थी।