पोरबंदर: गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर पहुंचे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विपक्षी दल कांग्रेस पर जमकर बरसे और महात्मा गांधी का हवाला देते हुए इस चुनाव में कांग्रेस को खत्म करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पोरबंदर की चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी चाहते थे कि देश की स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस को समाप्त कर दिया जाए और इस विधानसभा चुनाव में गुजरात की जनता के पास मौका है कि बापू के इस सपने को सच कर दिखाए।
सीएम योगी ने कहा, "बापू ने आजादी के बाद कांग्रेस को भंग करने का आह्वान किया था। आज बापू के सपने को साकार करने का समय आ गया है। यूपी की 403 विधानसभा सीटों में हैं लेकिन कांग्रेस के पास सिर्फ 2 सीटें हैं। भाजपा गुजरात के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने और सूबे में समृद्धि लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए जनता को फिर से भाजपा को गद्दी पर बैठाना है।"
इससे पहले बीत 18 नवंबर को भी योगी आदित्यनाथ ने मोरबी में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए वहां मौजूद लोगों से पूछा था, "क्या कांग्रेस के रहते काशी में विश्वनाथ धाम बन पाता? जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म हो पाता?" इसके साथ ही सीएम योगी ने महाराष्ट्र के वाशिम में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मंच पर कथिततौर से राष्ट्रगान की जगह कोई और गीत बजने पर भी तंज कसा था।
सीएम योगी ने उस घटना पर व्यंग्य करते कहा था, "कल मैं एक बड़ी मजेदार चीज देख रहा था। कांग्रेस के मंच पर राष्ट्रगान हो रहा था। राष्ट्रगान के दौरान फिल्मी गीत बजने लगा। यह इनकी राष्ट्रभक्ति है। यह राष्ट्रगान का भी सम्मान नहीं कर सकते, तो हिंदुओं की आस्था का सम्मान क्या ही करेंगे।"
वहीं योगी आदित्यनाथ के पोरबंदर सभा के उलट कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने भी सूरत में पार्टी का प्रचार करते हुए पीएम द्वारा आदिवासी जनजाति को वनवासी कहने पर पीएम मोदी की खिंचाई की। राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी भारत के पहले मालिक हैं, लेकिन भाजपा उन्हें वनवासी कहती है। आदिवासियों की जमीन भाजपा छीनकर दो-तीन बड़े उद्योगपतियों को दे देती है। ये लोग नहीं चाहते हैं कि आदिवासी भी शहरों में रहें। उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार मिले।
इसके साथ ही राहुल गांधी ने मोरबी हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि 135 लोग लोगों की जान गई। ऐसी घटना पर राजनीति नहीं होनी चाहिए लेकिन राज्य की भाजपा सरकार हादसे के जिम्मेदार लोगों को बचाने का काम कर रही है, अभी तक मामले में एफआईआर नहीं हुई है और न ही असली दोषियों को गिरफ्तार किया गया है। भाजपा का शासन क्या कर रहा है यह समझ के परे है।