नई दिल्लीः कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को 37 उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की। पार्टी ने 182 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में कुल 179 प्रत्याशी घोषित किए हैं। उसने तीन सीटें सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ी हैं।
राकांपा उमरेठ (आनंद जिला), नरोदा (अहमदाबाद) और देवगढ़ बरिया (दाहोद जिला) में चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस की ओर से जारी उम्मीदवारों की अंतिम सूची में पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के पुत्र महेंद्र सिंह वाघेला का नाम भी है। महेंद्र सिंह वाघेला बायड विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
इसके अलावा पालनपुर से महेश पटेल, गांधीनगर उत्तर से वीरेंद्र सिंह वाघेला, वड़ोदरा शहर से जी.परमार और कालोल से प्रभात सिंह को टिकट दिया गया है। गुजरात की 182 विधानसभा सीटों के लिए एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। मतगणना आठ दिसंबर को होगी।
गुजरात विधानसभा चुनाव : भाजपा ने तीन और उम्मीदवारों की घोषणा की
गुजरात विधानसभा चुनाव के सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को तीन और क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की। इसके साथ ही पार्टी अब तक कुल 182 सीट में से 181 के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर चुकी है। अब, वड़ोदरा की मंजलपुर एकमात्र सीट है जिसके लिए सत्तारूढ़ दल ने अपने उम्मीदवार की घोषणा अभी नहीं की है।
गुजरात विधानसभा के लिए अगले महीने दो चरणों में मतदान कराए जाएंगे। एक दिसंबर को 89 क्षेत्रों और पांच दिसंबर को 93 क्षेत्रों में चुनाव होंगे। पार्टी ने बुधवार को खेरालू, मनसा और गरबाड़ा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित किए।
भाजपा ने मेहसाणा जिले के खेरालू सीट से अपने मौजूदा विधायक अजमलजी ठाकोर को टिकट नहीं देकर उनकी जगह सरदारसिंह चौधरी को मैदान में उतारा है। गांधीनगर जिले की मनसा और दाहोद जिले की गरबाड़ा (सुरक्षित) सीट के लिए क्रमश: जयंती उर्फ जे. एस. पटेल और महेंद्र भाभोर को टिकट दिया गया है। खेरालू के अलावा अन्य दोनों सीट पर फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है।
खेरालू 2002 से ही भाजपा का गढ़ रहा है। चार बार के विधायक भरतसिंह डाभी के 2019 में पाटन लोकसभा सीट से निर्वाचित होने के बाद हुए उपचुनाव में भाजपा के अजमलजी ठाकोर विधायक बने। मनसा क्षेत्र में विपक्षी कांग्रेस 2012 और 2017 में विजयी हुई थी। वर्ष 2012 के चुनाव में, कांग्रेस के टिकट पर अमित चौधरी विजयी हुए थे। लेकिन 2017 में उन्होंने पार्टी बदल ली और वह भाजपा से मैदान में उतरे।
हालांकि वह कांग्रेस के सुरेश पटेल से पराजित हो गए। इस बार कांग्रेस ने मनसा से मौजूदा विधायक सुरेश पटेल को टिकट नहीं देकर बाबूसिंह ठाकोर को मैदान में उतारा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मनसा कस्बे के ही रहने वाले हैं। गरबाड़ा क्षेत्र में भाजपा के भाभोर और मौजूदा कांग्रेस विधायक चंद्रिकाबेन बारिया के बीच सीधा मुकाबला होने की उम्मीद है। चंद्रिकाबेन 2012 से सीट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।