लाइव न्यूज़ :

गुजरात कांग्रेस ने सूरत में आग लगने की घटना को बताया हत्या, मुख्यमंत्री के की इस्तीफे की मांग

By भाषा | Updated: May 25, 2019 23:38 IST

शुक्रवार को चार-मंजिला तक्षशिला इनक्लेव में भीषण आग लग गयी। इस घटना में कला एवं हस्तशिल्प का प्रशिक्षण लेने वाले एक कोचिंग संस्थान के 22 विद्यार्थियों की जान चली गयी।

Open in App
ठळक मुद्देकांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने भी शहर के सार्थना इलाके में शुक्रवार को हुई घटना को 'हत्या' करार दिया। चावड़ा ने कहा, ''यह दुर्घटना नहीं है बल्कि प्रशासन की लापरवाही से हुई हत्या है।

गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने शहर के एक वाणिज्यिक परिसर में लगी आग में मरने वाले 22 छात्रों के शोक-संतप्त परिजनों से मुलाकात के लिए शनिवार को शहर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना नहीं है बल्कि 'प्रशासन की लापरवाही की वजह से हुई हत्या' है।

कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने भी शहर के सार्थना इलाके में शुक्रवार को हुई घटना को 'हत्या' करार दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के इस्तीफे की मांग की है। चावड़ा के साथ राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धनानी ने भी शनिवार सुबह शहर का दौरा किया और मृत छात्रों के अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को चार-मंजिला तक्षशिला इनक्लेव में भीषण आग लग गयी। इस घटना में कला एवं हस्तशिल्प का प्रशिक्षण लेने वाले एक कोचिंग संस्थान के 22 विद्यार्थियों की जान चली गयी। पुलिस ने बताया कि कुछ विद्यार्थियों की मौत आग की चपेट में आकर जल जाने के कारण हुई। वहीं कुछ की जान आग से बचने के लिए इमारत से कूदने के कारण चली गयी।

चावड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ''प्रशासन प्रभाव शुल्क के नाम पर पहले से मौजूद इमारतों में जोखिम भरे निर्माण को मंजूरी दे देता है। भ्रष्टाचार के कारण 22 युवाओं की जान चली गयी।'' उन्होंने कहा, ''यह बहुत दुखद घटना है। मैं सरकार से आग्रह करूंगा कि वह प्रभाव शुल्क के भुगतान होने पर भी ऐसे निर्माण कार्यों की समीक्षा करे।''

चावड़ा ने कहा, ''यह दुर्घटना नहीं है बल्कि प्रशासन की लापरवाही से हुई हत्या है। इस तरह के निर्माणों की समीक्षा क्यों नहीं की जा रही है और उस पर रोक क्यों नहीं लगायी जा रही है।''

पटेल ने कहा, ''आग की घटना के 24 घंटे के भीतर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भाजपा के विजय उत्सव में व्यस्त हैं। मुख्यमंत्री और सूरत के महापौर को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।'' 

टॅग्स :गुजरातअग्नि दुर्घटना
Open in App

संबंधित खबरें

भारतBhavnagar Complex Fire: आग ने कई अस्पतालों को अपनी चपेट में लिया, चादरों में लिपटे बच्चों को खिड़कियों से बचाया गया, देखें भयावह वीडियो

भारतGujarat: भावनगर में पैथोलॉजी लैब में भीषण आग, बुजुर्गों और बच्चों को बचाने का रेस्क्यू जारी; दमकल की टीमें मौजूद

विश्वदुनियाभर में आफत?, हांगकांग में आग, 128 मरे, थाईलैंड में बाढ़ से 145 की मौत और श्रीलंका में बाढ़-भूस्खलन से 56 की मौत

विश्वHong Kong Fire: भीषण आग की चपेट में दर्जनों जिंदगियां, हांगकांड में इमारतों में लगी आग में मरने वालों की संख्या 94 हुई, कई लोग अब भी लापता

विश्वHong Kong fire: मरने वालों की संख्या बढ़कर 65, 279 लोग अब भी लापता, अस्पताल में जूझ रहे 68

भारत अधिक खबरें

भारतरेपो दर में कटौती से घर के लिए कर्ज होगा सस्ता, मांग बढ़ेगी: रियल एस्टेट

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो के उड़ानों के रद्द होने पर राहुल गांधी ने किया रिएक्ट, बोले- "सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा"