Gujarat assembly polls: ‘आप’ गुजरात इकाई प्रमुख इटालिया हार की कगार पर, भाजपा के मोरडिया 96469 मतों के साथ आगे
By सतीश कुमार सिंह | Updated: December 8, 2022 14:02 IST2022-12-08T14:01:08+5:302022-12-08T14:02:25+5:30
Gujarat assembly polls: निर्वाचन आयोग के मुताबिक कांग्रेस 18 सीटों के साथ दूसरे और आम आदमी पार्टी छह सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है।

कतारगाम सीट पर ‘आप’ की गुजरात इकाई के प्रमुख गोपाल इटालिया हार की कगार पर हैं।
Gujarat assembly polls: गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) रिकार्ड जीत की ओर बढ़ती दिख रही है। पांचवें दौर की मतगणना के बाद वह विधानसभा की 182 सीटों में से 155 पर बढ़त हासिल कर चुकी है।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक कांग्रेस 18 सीटों के साथ दूसरे और आम आदमी पार्टी छह सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है। कतारगाम सीट पर ‘आप’ की गुजरात इकाई के प्रमुख गोपाल इटालिया हार की कगार पर हैं। भाजपा के विनोदभाई अमरशीभाई मोरडिया 96,469 मतों के साथ दूसरी बार विधायक बनने की ओर अग्रसर है।
Gujarat assembly polls: AAP's Gujarat chief Gopal Italia losing in Katargam; BJP';s Vinod Moradiya heading for second term
— Press Trust of India (@PTI_News) December 8, 2022
तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने बढ़त हासिल कर रखी है। आंकड़ों के मुताबिक भाजपा को अभी तक 53.62 प्रतिशत मत मिले हैं जबकि कांग्रेस को 27 और आप को 13 प्रतिशत। यही रूझान आगे भी जारी रहे तो भाजपा ना सिर्फ गुजरात विधानसभा चुनाव में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी, बल्कि वह 149 सीटों पर जीत के कांग्रेस के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ देगी।
कांग्रेस ने 1985 के चुनाव में माधवसिंह सोलंकी के नेतृत्व में 149 सीटें जीती थी। राज्य विधानसभा के चुनाव में किसी भी दल द्वारा जीती गई सीटों की यह सर्वाधिक संख्या है। अभी तक यह एक रिकार्ड है। भाजपा राज्य में लगातार सातवीं विधानसभा चुनाव जीत की ओर अग्रसर है। साल 1995 से उसने राज्य के सभी विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की है।
इस बार मतदान प्रतिशत 2017 की तुलना में लगभग चार प्रतिशत कम हुआ। राज्य में 2017 में 68.39 प्रतिशत के मुकाबले इस बार सिर्फ 64.33 प्रतिशत मतदान हुआ। साल 2017 में भाजपा ने 99 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थी। भारतीय ट्राइबल पार्टी को दो और एक सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के खाते में गई थी। तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की थी।