गोरखपुरः उत्तर प्रदेश में गोरखनाथ मंदिर के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला कर घायल करने के अभियुक्त अहमद मुर्तजा अब्बासी से एटीएस ने पूछताछ की। एटीएस अभियुक्त मुर्तजा को तीन मई तक हिरासत में रखेगी।आरोपी को चार अप्रैल को गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था।
इस बीच उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि श्री गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर हमले के अभियुक्त मुर्तजा अब्बासी से एटीएस ने पूछताछ की। मुर्तजा अब्बासी की विभिन्न सोशल मीडिया, बैंक खातों का लेनदेन और ऑनलाइन वॉलेट की जांच की।
आतंकी संगठनों के कट्टरपंथी प्रचारकों और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों से प्रभावित था। मुर्तजा ने करीब साढ़े आठ लाख भारतीय रुपए यूरोप और अमेरिका में ISIS संगठन के समर्थकों के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों के लिए भेजे थे।
इसने इंटरनेट के माध्यम से AK-47, M4 कार्बाइन, मिसाइल टेक्नोलॉजी के बारे में देखा और पढ़ा गया और इसी से इसने एयर पिस्तौल चलाना सीखा। इसकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों का हथियार छीनकर बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश थी।
नाथ संप्रदाय की सर्वोच्च पीठ गोरक्षनाथ मंदिर में हमले के मामले में पूछे जाने पर अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, ‘‘हमारी ओर से कुछ भी लंबित नहीं है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या एनआईए जांच अपने हाथ में लेगी, उन्होंने कहा, ‘‘यह उन पर (एनआईए) निर्भर है कि वह जांच अपने हाथ में लें। हमारी ओर से कुछ भी लंबित नहीं है। एनआईए को इस संबंध में निर्णय लेना है।’’