नई दिल्ली: टिकटॉक स्टॉर और भाजपा नेता सोनाली फोगाट की मौत के मामले में गोवा पुलिस ने परिवार की शिकायत पर धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि सोनाली फोगाट की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अब तक नहीं आई है और कुछ भी तभी साफ होगा जब रिपोर्ट आ जाएगी। बीते मंगलवार को सोनाली फोगाट की मौत के बाद गोवा के डीजीपी जसपाल सिंह ने बताया था कि अभी उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक को माना जा रहा है।
परिवार ने लगाया था पीए पर आरोप
सोनाली के भाई रिंकु ढाका ने गोवा के अंजुना थाने में 4 पन्नो की तहरीर दी थी। इसमें कहा गया है कि पीए सुधीर सांगवान की नजर सोनाली की संपत्ति पर थी और उसने सोनाली को नशे की दवा खिलाकर उनके साथ बलात्कार भी किया था। सोनाली के भाई ने अपनी तहरीर में लिखा है कि सुधीर सांगवान और उसके साथी सुखविंदर से सोनाली की पहचान 2019 में चुनावों के दौरान ही हुई थी। सोनाली सुधीर पर भरोसा करने लगी थीं और उसे अपना पीए भी बना लिया था। रिंकू ढाका ने लिखा है कि सुधीर ने जल्दी ही सोनाली की हर चीज को नियंत्रित करना शुरू कर दिया। उसने सोनाली के पुराने नौकरों को काम से निकाल दिया। वह सोनाली के लिए खाना भी खुद ही बनाता था।
गोवा के थाने में दी गई तहरीर के मुताबिक सोनाली ने अपने जीजा अमन को तीन साल पहले बताया था कि सुधीर ने उनके खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर उनके साथ दुष्कर्म किया था। इस दौरान सुधीर ने वीडियो भी बना ली थी जिसको वायरल करने की धमकी देकर बार-बार सोनाली का बलात्कार करता था। तहरीर में कहा गया है कि सुधीर सांगवान वीडियो दिखाकर सोनाली की व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन को बर्बाद करने की धमकी देता था इसलिए सोनाली कुछ नहीं कर पाती थीं। गोवा पुलिस को दी गई तहरीर में यह भी कहा गया है कि सोनाली के फोन, उनकी संपत्तियों के दस्तावेज और एटीएम कार्ड भी सुधीर ही रखता था। सुधीर के दवाब में सोनाली ने अपने दोस्तों से बात करना भी बंद कर दिया था।
बता दें कि सोनाली फोगाट 2019 में तब चर्चा में आई थीं, जब हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें आदमपुर सीट से उम्मीदवार बनाया था। इस चुनाव में सोनाली को कांग्रेस के नेता कुलदीप बिश्नोई से हार का सामना करना पड़ा था।