पणजीः गोवा में सोमवार को राजनीति हलचल तेज है। मंगलवार को कैबिनेट विस्तार हो रहा है। कैबिनेट फेरबदल की खबरों के बीच पर्यावरण, बंदरगाह, विधि एवं न्यायपालिका तथा विधायी मामलों के मंत्री एलेक्सो सेक्वेरा ने इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावडकर ने कहा कि मैं गोवा विधानसभा अध्यक्ष के पद से बृहस्पतिवार को इस्तीफा देकर राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होऊंगा। प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली कैबिनेट में नए मंत्री के शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है। दो नए विधायक गुरुवार दोपहर 12 बजे मंत्री पद की शपथ लेंगे।
Goa cabinet reshuffle: सरकार से बाहर हुए-
1. पर्यावरण मंत्री एलेक्सो सेक्वेरा
2. विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावडकर
3. गोविंद गौडे
Goa cabinet reshuffle: सरकार से आएंगे-
1. दिगंबर कामत
2. रमेश तावडकर
तावडकर ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह कल दोपहर 12 बजे राजभवन में होगा। सेक्वेरा की जगह पूर्व मुख्यमंत्री और मडगांव विधायक दिगंबर कामत को कैबिनेट में शामिल किए जाने की संभावना है। जबकि तावडकर उस पद को भरेंगे, जो 18 जून को गोविंद गौडे को कैबिनेट से हटाए जाने के बाद खाली हुआ था।
सेक्वेरा और कामत उन आठ दलबदलू विधायकों में शामिल थे, जो सितंबर 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे। सेक्वेरा को दिसंबर 2023 में मंत्री बनाया गया था।सेक्वेरा ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को दोपहर में अपना इस्तीफा पत्र सौंप दिया। नुवे सीट से विधायक सेक्वेरा (68) निलेश काब्राल के स्थान पर नवंबर 2023 में मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे।
सेक्वेरा ने पोरवोरिम स्थित सरकारी मुख्यालय मंत्रालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं व्यक्तिगत आधार पर मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं।’’ उन्होंने कहा कि उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री का पूरा समर्थन मिला। सेक्वेरा ने गोवा में 2022 में हुए विधानसभा का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था, लेकिन बाद में सितंबर 2022 में वह सात अन्य लोगों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।
उन्होंने युवा कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत की थी और पार्टी में विभिन्न पदों पर पहुंचते हुए वह 1994 में पहली बार लौतोलिम निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए। वह 2007 तक इस सीट पर बने रहे। वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद उन्होंने 2012 में नुवे सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए।
फिर 2022 में उन्होंने जीत हासिल की और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 4,300 से अधिक मतों के अंतर से हराया। सेक्वेरा 1999 में विधानसभा के उपाध्यक्ष और 2007 से 2012 तक मुख्यमंत्री दिगंबर कामत की सरकार में मंत्री रहे।