बिहार में निकाले जा रहे हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर विपक्ष की नाराजगी पर गिरिराज सिंह के किया पलटवार, कहा- विपक्षियों को उनकी यात्रा से पेट में दर्द हो रहा है
By एस पी सिन्हा | Updated: October 13, 2024 17:44 IST2024-10-13T17:44:43+5:302024-10-13T17:44:43+5:30
दिल्ली रवाना होने से पहले पटना एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों ने जब गिरिराज सिंह से पूछा कि विपक्ष आपके द्वारा आयोजित स्वाभिमान यात्रा को उन्माद यात्रा कह रही है। इसपर उन्होंने कहा कि विपक्षियों को उनकी यात्रा से पेट में दर्द हो रहा है।

बिहार में निकाले जा रहे हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर विपक्ष की नाराजगी पर गिरिराज सिंह के किया पलटवार, कहा- विपक्षियों को उनकी यात्रा से पेट में दर्द हो रहा है
पटना: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के द्वारा बिहार के सीमांचल इलाके में निकाले जा जा रहे हिंदू स्वाभिमान यात्रा को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। विपक्ष के द्वारा गिरिराज सिंह के यात्रा को उन्माद यात्रा कहे जाने पर गिरिराज सिंह ने पलटवार किया है। दिल्ली रवाना होने से पहले पटना एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों ने जब गिरिराज सिंह से पूछा कि विपक्ष आपके द्वारा आयोजित स्वाभिमान यात्रा को उन्माद यात्रा कह रही है। इसपर उन्होंने कहा कि विपक्षियों को उनकी यात्रा से पेट में दर्द हो रहा है।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने यात्रा निकाला था किसी के पेट में दर्द नहीं हुआ, प्रशांत किशोर ने यात्रा निकाला तो किसी के पेट में दर्द नहीं हुआ, वह लोग तो वोट के लिए यात्रा निकालते हैं..मुसलमान जोड़ो....ये जोड़ो वोट जोड़ो। गिरिराज सिंह ने कहा कि विपक्ष केवल वोट के लिए यात्रा करता है, लेकिन उनकी यात्रा वोट के लिए नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमारी यात्रा तो धार्मिक है। सनातनी को एक करने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं ताकि सनातनी एक हो अगर बंटोगे तो कटोगे। वहीं, झारखंड के गढ़वा जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए जमकर बवाल पर गिरिराज सिंह ने चिंता जताई। उन्होंने झारखंड सरकार पर मुसलमानों से प्रेम करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में ऐसी घटनाएं आम बात है। हेमंत सरकार जब रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की शरणस्थली बन जाएगी तो वोट बैंक के लालच में मुस्लिम समुदाय की जो भी गतिविधियां होंगी, उसे नजरअंदाज कर दिया जाएग। गिरिराज सिंह ने कहा कि सुनने में आया है कि झारखंड के गढ़वा जिले में मूर्ति विसर्जन के दौरान उपद्रवियों द्वारा सड़क जाम की जा रही थी। सरकार को ऐसी घटनाओं पर ध्यान देना चाहिए। अगर गढ़वा के लोग गढ़वा में मूर्ति विसर्जन नहीं करेंगे, तो कहां जाएंगे और कहां से रास्ता ढूंढेंगे?
उन्होंने कहा कि झारखंड में तुष्टीकरण की नीति, हेमंत सोरेन का मुस्लिम प्रेम, झारखंड के अंदर रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की घुसपैठ और आदिवासियों के साथ लव जिहाद के मामले बताते हैं कि झारखंड अब सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। झारखंड के गढ़वा जिले की घटना इसका परिणाम और उदाहरण है। बता दें कि गिरिराज सिंह 18 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकालने वाले हैं। इसके जरिए वह बिहार के 5 जिलों में अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
गिरिराज की यात्रा जिन जिलों से निकलने वाली है, उनमें से अधिकतर मुस्लिम आबादी वाले जिले हैं। यात्रा की शुरुआत 18.10.2024 को भागलपुर से होगी जो 19.10.2024 को कटिहार पहुंचेगी। 20.10.2024 को पूर्णिया 21.10.2024 को अररिया और 22.10.2024 को यात्रा किशनगंज में समाप्त होगी। यात्रा में करीब 10 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है।