नई दिल्ली: विपक्षी पार्टियों की ओर से लगाए जा रहे आरोपों को नकारते हुए सरकार ने अपनी सफाई दी है। सरकार की ओर से ऐसा कुछ भी नहीं है और गंगाजल पर कोई भी टैक्स नहीं लगने वाला है क्योंकि वो इसके दायरे से बाहर है।
सरकार की ओर से कहा गया कि जो भी कह रहा है कि गंगाजल पर जीएसटी टैक्स लगेगा, वो सभी बातें निराधार हैं। हाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए कहा कि जीएसटी परिषद ने इसपर पहले ही बता चुका है कि पूजा सामग्री और गंगाजल जीएसटी के दायरे से बाहर रहेगा।
साथ ही सरकार ने कहा कि जीएसटी परिषद की 14 वीं और 15 वीं बैठक में ही इस बात को बता दिया गया था। जीएसटी परिषद की ये बैठकें 18-19 मई 2017 और 3 जून 2017 को हुई थी, जहां ये बताया गया था कि गंगाजल जीएसटी के दायरे से बाहर है।
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एकस पर कहा, गंगाजल पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाने के लिए मोदी सरकार की आलोचना की थी। कांग्रेस अध्यक्ष ने इसे लूट और पाखंड की पराकाष्ठा बताया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर कहा, "मोदी जी, मोक्ष प्रदाता मां गंगा का महत्व एक आम भारतीय के लिए जन्म से लेकर जीवन के अंत तक बहुत अधिक है। यह अच्छा है कि आप आज उत्तराखंड में हैं, लेकिन आपकी सरकार ने पवित्र गंगाजल पर ही 18% GST लगा दिया है"।
साथ ही कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह भी सवाल किया कि पीएम मोदी हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा कब करेंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे हैं, जहां उन्होंने बद्रीनाथ के दर्शन किए। साथ ही पार्वती कुंड के किनारे स्थित प्राचीन शिव और पार्वती मंदिर में पूजा भी की।