भुवनेश्वरः ओडिशा के कंधमाल जिले में रविवार सुबह सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में चार माओवादी मारे गए हैं। पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ ठाकुर ने कहा कि खुफिया सूचनाओं के आधार पर कंधमाल जिले के तुमुदिबांध क्षेत्र के पास सिरला जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस बीच माओवादियों से मुठभेड़ हो गई, जिसमें चार माओवादी मारे गए और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार जब्त किए गए।
अधिकारियों ने कहा कि तलाशी अभियान अभी जारी है। मारे गए माओवादी बांसधारा-घुमुसुर-नगाबली समूह के सदस्य थे। पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान, केकेबीएन डिवीजन के सदस्यों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) सहित मतदान सामग्री ले जाने वाले दो वाहनों को आग लगा दी थी।
पिछले छह महीने से माओवादी आंध्र-ओडिशा सीमावर्ती क्षेत्रों में कोरापुट और मलकानगिरी जिलों में एक पुल के निर्माण के बाद बैकफुट पर हैं, जो स्वाभिमान अंचल को जोड़ता है।
सुरक्षाबलों ने गुरुवार को कंधमाल जिले में एक जंगल के अंदर नक्सली शिविर का भंडाफोड़ किया था और वहां से विस्फोटक व अन्य सामग्री जब्त की थी। सुरक्षाबलों ने 15 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक जब्त किए थे।
इससे पहले दो जुलाई को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलियों ने पुलिस के एक जवान की उसकी घर में हत्या कर दी तथा उसके माता-पिता को घायल कर दिया थी। बीजापुर जिले के पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप ने बृहस्पतिवार को बताया था कि जिले के जांगला थाना क्षेत्र के अंतर्गत माटवाड़ा गांव में नक्सलियों ने सहायक आरक्षक सोमारू पोयाम की हत्या कर दी है तथा उसके माता-पिता को घायल कर दिया।
कश्यप ने बताया था कि सोमारू जिले के फरसेगढ़ थाना में पदस्थ था तथा बीते 10 जून से वह स्वास्थ्य कारणों से अवकाश पर था। जानकारी मिली है कि बीती रात लगभग एक दर्जन नक्सली कुल्हाड़ी और धनुष बाण से लैस होकर सोमारू के घर पहुंचे और उस पर हमला कर दिया। नक्सलियों के हमले के बाद जब उसके माता-पिता ने बीच-बचाव किया तब नक्सलियों ने उन्हें भी घायल कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए।