पटनाः बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में तय की जा रही रणनीति के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने ऐलान कर दिया है कि वह भाजपा छोड़ बिहार में नई पार्टी बनाएंगे। जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें कि उन्होंने 5 अगस्त 2022 में जदयू से इस्तीफा दिया था। जदयू छोड़ने के ठीक 9 महीने बाद 11 मई 2023 को दिल्ली में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया था। लेकिन पार्टी में उचित स्थान नहीं मिलने से वे काफी समय से नाराज चल रहे हैं।
दरअसल, राजधानी पटना में आज एक पोस्टर लगाया गया, जिसमें लिखा गया कि टाइगर इस बैक, इसके अलावा और भी एक लाइन लिखी गई और इसमें आरसीपी सिंह की तस्वीर लगी हुई थी। उसके बाद इन मुद्दों को लेकर जब आरसीपी सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि अब हम अपनी खुद की पार्टी तैयार कर रहे हैं और इस पार्टी के उम्मीदवार इस बार विधानसभा चुनाव में उतरेंगे।
वह बहुत ही जल्द भाजपा छोड़ बिहार में नई पार्टी बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं संगठन में काफी दिनों तक काम किया हूं और पार्टी चलाने का अनुभव भी हमारे पास हैं। इसलिए हमारे साथ रहने वाले समर्थकों ने यह सलाह दी है कि मैं नई पार्टी तैयार करूं तो हमने यह निर्णय लिया है कि हम लोग इस विधानसभा चुनाव में खुद की पार्टी तैयार कर चुनाव मैदान में होंगे।
उल्लेखनीय है कि जदयू ने 2022 में आरसीपी सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। जदयू के कार्रवाई का आधार उनकी और उनके घर वालों की संपत्ति में वृद्धि बताई गई थी। अपने ही पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ जांच करने और उनसे भ्रष्टाचार संबंधी सवाल जवाब करने वाली जदयू हालिया वर्षों में देश की पहली पार्टी बन गई थी।
आरसीपी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जिसके बाद आरसीपी सिंह द्वारा सादे कागज पर इस्तीफा दिया गया था। आरसीपी सिंह 1984 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं। नीतीश कुमार के स्वजातीय हैं और उनके गृह जिले नालंदा के ही निवासी हैं।
नीतीश कुमार जब केंद्र में मंत्री बने तब उन्हें उत्तर प्रदेश से लाकर अपना सचिव बनाया था। उसके बाद जब बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली तो फिर से उन्हें उत्तर प्रदेश बुलाकर अपना प्रधान सचिव बनाया। फिर नीतीश कुमार ने उन्हें जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाया था, लेकिन बाद में दोनों में दूरियां बढ़ गईं।