पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती हैं और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। बताया जा रहा है कि प्रणब मुखर्जी के ब्रेन की सर्जरी खून के एक थक्के को हटाने के लिए सोमवार को की गई। इससे पहले जब प्रणब मुखर्जी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तो उनकी कोरोना वायरस की जांच भी की गई थी, जिसमें वह पॉजिटिव पाए गए थे।
कोरोना वायरस से संक्रमित होने की जानकारी खुद प्रणब मुखर्जी ने ट्वीट कर दी थी। उन्होंने लिखा, "अन्य कारणों से अस्पताल गया था, जहां पर आज कोविड-19 जांच में संक्रमित होने की पुष्टि हुई। मैं अनुरोध करता हूं कि जो लोग भी गत एक हफ्ते में मेरे संपर्क में आए हैं, वे खुद पृथक-वास में चले जाएं और अपनी कोविड-19 जांच कराएं।’’
साल 2012 से 2017 के बीच रहे देश के राष्ट्रपति
बता दें कि 84 वर्षीय प्रणब मुखर्जी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं और साल 2012 से 2017 के बीच देश के 13वें राष्ट्रपति रहे हैं। इसके अलावा कांग्रेस सरकार में देश के वित्त और रक्षा मंत्री जैसे अहम पदों पर भी रह चुके हैं। हालांकि अब वह सक्रिय राजनीति से संन्यास ले चुके हैं। साल 2019 में केंद्र सरकार ने प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया था।
साल 2004 से ही इलाज के लिए आर्मी अस्पताल पसंदीदा
अधिकारियों ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सफलतापूर्वक ब्रेन सर्जरी हुई है। अधिकारियों के मुताबिक, अस्पताल में वह कड़ी निगरानी में हैं। जब से वह साल 2004 में रक्षा मंत्री बने थे तब से ही आर्मी आर एंड आर हॉस्पीटल इलाज के लिए उनकी सबसे पसंदीदा जगह बन गई थी। प्रणब मुखर्जी के अस्पताल में भर्ती होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल का दौरा किया और पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य की जानकारी ली।