लाइव न्यूज़ :

पूर्व CM सिद्धरमैया ने दिया सुझाव, वीर सावरकर के बजाय शिवकुमार स्वामीजी को दिया जाए भारत रत्न

By भाषा | Updated: October 20, 2019 16:16 IST

बतौर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनवरी 2018 में पत्र लिख कर भारत रत्न से शिवकुमार स्वामीजी को सम्मानित करने का अनुरोध किया था। हालांकि, केंद्र ने इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है।

Open in App
ठळक मुद्देपूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि यह अलग बात है कि उन्हें (सावरकर को) छोड़ दिया गया। सिद्धरमैया ने कहा कि वह सावरकर का विरोध मुख्य रूप से इसलिए कर रहे हैं कि उन्होंने हिंदुत्व के जरिये सांप्रदायिकता फैलाई।

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने रविवार को सुझाव दिया कि केंद्र को हिंदू महासभा के नेता वीर सावरकर के बजाय लिंगायत संत शिवकुमार स्वामीजी को भारत रत्न से सम्मानित करना चाहिए। शिवकुमार स्वामीजी का इस साल जनवरी में 111 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उन्हें ‘वाकिंग गॉड’ के रूप में जाना जाता था।

वह शिक्षा के प्रसारक और मानवतावादी थे। उनकी शख्सियत एवं कार्यों को दुनिया भर में सराहा जाता है। सिद्धरमैया ने मैसूर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा की चाहे जो कुछ भी राय हो (सावरकर को भारत रत्न देने के बारे में), लेकिन मेरा मानना है कि सावरकर के बजाय भारत रत्न से शिवकुमार स्वामीजी को सम्मानित किया जाना चाहिए।’’

कांग्रेस नेता का यह बयान कुछ दिन पहले की गई उनकी एक टिप्पणी के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या के मामले में सावरकर आरोपियों में शामिल थे। सिद्धरमैया ने कहा कि वह सावरकर का विरोध मुख्य रूप से इसलिए कर रहे हैं कि उन्होंने हिंदुत्व के जरिये सांप्रदायिकता फैलाई।

चुनावी राज्य महाराष्ट्र में प्रदेश भाजपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में सावरकर को मरणोपरांत भारत रत्न देने का वादा किया है, जिस पर राष्ट्रव्यापी चर्चा शुरू हो गई है। सिद्धरमैया ने दोहराया कि सावरकर महात्मा गांधी की हत्या मामले में आरोपियों में एक थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि यह अलग बात है कि उन्हें (सावरकर को) छोड़ दिया गया।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘उन्हें भारत रत्न देने की कोई जरूरत नहीं है। हम कहते आ रहे हैं कि भारत रत्न शिवकुमार स्वामीजी को दिया जाना चाहिए। चूंकि वह (सावरकर) हिंदुत्व के तरफ़दार थे, इसलिए हम इसका विरोध करते हैं। इसमें विवाद कहां है?’’

बतौर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनवरी 2018 में पत्र लिख कर भारत रत्न से शिवकुमार स्वामीजी को सम्मानित करने का अनुरोध किया था। हालांकि, केंद्र ने इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है। सिद्धरमैया ने यह भी कहा कि वह खुद एक हिंदू हैं और कभी हिंदू विचारधारा का विरोध नहीं किया। 

टॅग्स :सिद्धारमैयाभारत रत्न
Open in App

संबंधित खबरें

भारतKarnataka Politics: एक बार फिर ब्रेकफास्ट टेबल पर सिद्धारमैया-शिवकुमार, डिप्टी सीएम के घर पहुंचे CM सिद्धारमैया

भारतनाश्ते में इडली और वड़ा के साथ ही सत्ता की खींचतान कम?, आखिर कैसे 60 दिन बाद सीएम सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार फिर से एकजुट?, जानें कहानी

भारतहम साथ-साथ हैं और 2028 में 2023 की चुनावी जीत दोहराएंगे?, सबको साथ लेकर चलेंगे और आलाकमान फैसले का पालन करेंगे, सिद्धरमैया और शिवकुमार ने दिखाई एकजुटता

भारतKarnataka Congress Crisis: हमारे बीच कोई मतभेद नहीं, सीएम सिद्धरमैया-उपमुख्यमंत्री शिवकुमार बोले-आज भी कोई मतभेद नहीं, भविष्य में भी नहीं, वीडियो

भारतKarnataka: सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ब्रेकफास्ट टेबल पर एक साथ, सीएम कुर्सी की खींचतान के बीच तस्वीर वायरल

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई