लखनऊः उत्तर प्रदेश में बीते दो दिनों से हो रही बारिश ने बाढ़ से बचाव को लेकर योगी सरकार के किए गए दावों को बहा दिया है. योगी सरकार बीते चार महीनों से सूबे के कई जिलों में हर साल आने वाली बाढ़ को रोकने के बड़े बड़े दावे कर रही थी. इसके बाद भी बीते दो दिनों में प्रदेश में हुई भारी बारिश ने सूबे के पूर्वांचल और बुंदेलखंड सहित कई जिलों में जनधन की भारी क्षति की है. बारिश के कारण हुए हादसों में प्रदेश के भीतर 26 लोगों की मौत हुई और 17 से अधिक जिलों के 402 गांवों में 84,392 लोगों को बाढ़ के कारण अपना घर छोड़कर सड़क किनारे रहने को मजबूर होना पड़ा. बाढ़ के प्रकोप के चलते वाराणसी में विशनाथ मंदिर के समीप की सड़कों पर पानी भर गया है. मिर्जापुर में भी विन्ध्यवासिनी मंदिर को जाने वाले रास्ते पर पानी भरा है और प्रयागराज में कई मोहल्लों में पानी भरा है.
फिलहाल भारी बारिश के चलते यूपी के 47 जिलों में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की भी संभावना व्यक्त की गई है और लोगों को सावधान रहने को कहा गया है. इसके साथ ही सूबे के 25 जिलों में सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है.
बाढ़ से हुए नुकसान को देखते हुए प्रदेश के 11 मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच कर अब लोगों की मदद के लिए किए गए प्रबन्धों को देखे रहे हैं. वही समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश के तमाम जिले बाढ़ का प्रकोप झेल रहे हैं और बाढ़ के पानी ने योगी सरकार के बाढ़ प्रबंधन के दावों को बहा दिया है.
मंत्रियों के इस प्रयास के बीच ही राज्य के राहत आयुक्त भानु गोस्वामी बाढ़ से प्रभवित हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था करने में जुटे हैं. भानु गोस्वामी के अनुसार, वर्तमान में प्रदेश के 17 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. इन जिलों की 37 तहसीलें और 402 गांव में 84,392 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
बाढ़ प्रभावित कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाजीपुर, मिर्जापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर आदि जिलों में राहत कार्य किया जा रहा है. इन जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी के जवान चौबीसों घंटे पेट्रोलिंग कर रहे हैं.
बाढ़ से प्रभावित 84392 लोगों में से 47,906 लोगों को राहत सामग्री दी गई है और करीब 2759 मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है. भारी बारिश के चलते बीते 24 घंटे में हुए हादसों के कारण 26 की जान गई है. राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, गोंडा में बारिश में सड़क से फिसली बोलेरों नहर में पलट गई, जिस कारण बोलेरों में सवार 11 लोगों की मौत हो गई.
जबकि सर्पदंश के कारण कौशंबी, प्रतापगढ़, मऊ और बलरामपुर के एक -एक व्यक्ति की मौत हुई है. बिजलीगिरने के पीलीभीत में एक व्यक्ति के मरने की सूचना है. बदायूं, महोबा और मिर्जापुर में चार लोगों के डूबने से मौत हुई है. फिलहाल ने मध्य उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
इसी के बाद 25 जिलों में कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार, इन 25 जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की भी संभावना है.
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
यूपी के इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिनमें लखनऊ, अयोध्या, रायबरेली, अमेठी, प्रयागराज, मिर्जापुर, संभल, बाराबंकी, भदोही, कानपुर, बरेली, मुरादाबाद, अंबेडकर नगर, सीतापुर, लखीमपुर, गाजीपुर, बांदा, चित्रकूट, एटा, रामपुर, बदायूं, अमरोहा, सोनभद्र, संत रविदास नगर, बलिया, देवरिया, उन्नाव, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, कुशीनगर, आजमगढ़, मऊ, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कासगंज, जौनपुर, बस्ती और फतेहपुर शामिल हैं.
बाढ़ प्रभावित जिलों में ये मंत्री कर रहे दौरा
- नंद गोपाल गुप्ता नंदी - प्रयागराज, मिर्जापुर व बांदा- स्वतंत्र देव सिंह और संजय गंगवार- जालौन- स्वतंत्र देव सिंह और प्रतिभा शुक्ला- औरैया- रामकेश निषाद- हमीरपुर- जयवीर सिंह- आगरा- सुरेश खन्ना- वाराणसी- संजय निषाद- कानपुर देहात- धर्मवीर प्रजापति- इटावा- अजीत पाल-फतेहपुर- दया शंकर ''दयालु''- बलिया