भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर के खिलाफ चुनाव आयोग ने शिकायत दर्ज कराई है। प्रकाश आंबेडकर ने चुनाव आयोग के खिलाफ एक बयान देते हुए कहा था कि पुलवामा आतंकवादी हमले पर बात ना करने को लेकर वह चुनाव आयोग को दो दिन के लिए जेल भेजेंगे।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने चुनाव आयोग द्वारा प्रकाश आंबेडकर के खिलाफ एफआईआर की पुष्टी की है।
महाराष्ट्र के यवतमाल जिले की रैली में प्रकाश आंबेडकर ने कहा था, मेरी सरकार को सत्ता में आने दो हम चुनाव आयोग को नहीं छोड़ेंगे। हम उन्हें 2 दिन जेल में रखेंगे। आयोग अब तटस्थ नहीं है। यह बीजेपी के लिए सहयोगी के रूप में काम कर रही है।
भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर ने बीजेपी सरकार पर भी पुलवामा हमले को लेकर तंज किया था। उन्होंने कही था, चूक के चलते गत 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकवादी हमला हुआ था। इसको लेकर आंबेडकरने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा।
आंबेडकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दावा किया था कि पुलवामा हमले के कुछ दिन पहले आठ फरवरी को कश्मीर से ‘‘अत्यंत जरूरी’’ सैन्य दस्तावेज में सैनिकों की आवाजाही के पहले इलाके में चौकसी बढ़ाने को कहा गया था।
उन्होंने दावा किया, ‘‘इसमें कहा गया था कि काफिले पर हमले की आशंका है और काफिले के मार्ग की छानबीन करने को कहा गया था।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गडकरी या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को पुलवामा आतंकी हमले के बारे में ‘‘सच’’ बताना चाहिए।