पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय बिहार दौरे के दौरान आतंकी और नक्सली हमले की आशंका जताई गई है। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी 29 मई को पटना में रोड शो करेंगे, जबकि 30 मई को उनका रोहतास में जनसभा है। ऐसे में पटना में रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पर आतंकी हमले की आशंका जताई गई है, जबकि रोहतास मे उग्रवादियों के द्वारा उपद्रव मचाने की संभावना जताई गई है। खुफिया विभाग से मिली इनपुट के बाद बिहार पुलिस ने पीएम की सुरक्षा को लेकर सोमवार को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की थी।
बताया जाता है कि पुलिस मुख्यालय ने सभी पदाधिकारियों को प्रधानमंत्री की बिहार यात्रा के दौरान सुदृढ़ एवं त्रुटिहीन सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी विनय कुमार ने सरदार पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय में मंगलवार को भी एडीजी (विधि-व्यवस्था) सहित संबंधित सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान सुरक्षा के सभी मानकों को तय समय के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया गया।
पटना एसएसपी और रोहतास के एसपी को अपनी इकाई से क्विक रिस्पांस टीम, इंटेलिजेंस टीम और एंटी टेरेरिस्ट स्ट्राइक फोर्स की प्रतिनियुक्त करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में जांच बढ़ाने के निर्देश भी मिले हैं। बिहार पुलिस मुख्यालय ने उग्रवादी व नक्सली पंथी समूहों से खतरे की आशंका जताते हुए आसूचना संग्रह व सतर्कता की आवश्यकता जताई है। 29 मई को पटना में रोड शो के बाद प्रधानमंत्री 30 मई को रोहतास के बिक्रमगंज में जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
रोहतास जिला पूर्व में नक्सल प्रभावित रहा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री को पाकिस्तानी व कश्मीरी आतंकियों से भी खतरे की आशंका रही है। इसको देखते हुए निरोधात्मक एवं सुरक्षात्मक कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गये हैं। विशेष शाखा व सुरक्षा शाखा को भी अलर्ट पर रखा गया है। चूंकि नेपाल बिहार की सीमा से लगी हुई है, ऐसे में खुली सीमा का फायदा उठाते हुए आतंकी नेपाल के रास्ते बिहार में आकर घटना को अंजाम दे सकते हैं। खुफिया विभाग ने इस बाबत रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट के आधार पर गहन समीक्षा की जा रही है।