श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि त्रासदी यह है कि उन्होंने (केंद्र) जम्मू से परहेज किया है। उन्होंने कहा, "जी20 शिखर सम्मेलन एक नियमित बात है, 20 देश एक दूसरे के कल्याण के लिए एक साथ आए हैं। इस बार यह भारत में हो रहा है, अगली बार किसी और देश में होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "त्रासदी यह है कि उन्होंने जी20 योजनाओं में जम्मू को टाला है। वे इसे लेह में पकड़ रहे हैं, कश्मीर में लेकिन जम्मू में नहीं। मैं हैरान हूं कि जम्मू का एक भी भाजपा नेता नहीं बोल रहा है कि जी20 जम्मू में क्यों नहीं हुआ? जनसांख्यिकीय परिवर्तन लाया जा रहा है, जम्मू अपनी पहचान खोता जा रहा है, डोगरा की पहचान खो जाएगी। महाराजा ने इसी के खिलाफ लड़ाई लड़ी, वे चाहते थे कि उनकी संस्कृति और पहचान जीवित रहे।"
उन्होंने कहा, "यह केवल लद्दाख में ही क्यों आयोजित किया जाता है? यह कश्मीर में क्यों आयोजित किया जाता है? जम्मू क्यों नहीं?"
वहीं, कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "देखते हैं इसका नतीजा। जनता का रुख क्या होगा? वे क्या चाहते हैं? वे किसे बदलना चाहते हैं या किसके साथ रहना पसंद करते हैं? फैसला कर्नाटक की जनता को करना है।" कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा है। कर्नाटक में 10 मई को एक ही चरण में विधानसभा चुनाव होंगे, जबकि नतीजे 13 मई को घोषित किए जाएंगे।