नई दिल्ली: चंडीगढ़ में बृहस्पतिवार शाम को किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच बैठक होगी। ये जानकारी किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने दी है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल, नित्यानंद राय के साथ किसान नेता बैठक करेंगे। इस बातचीत से कुछ समाधान निकलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस बीच किसान संगठन पुलिस की कार्रवाई को लेकर नाराज हैं। किसान नेताओं का कहना है कि इतनी भारी मात्रा में अर्धसैनिक बलों की तैनाती क्यों की गई है।
बुधवार, 14 फरवरी को भी किसान अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू करने के लिए पंजाब-हरियाणा की दो सीमाओं पर डटे रहे। अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। ‘दिल्ली चलो’ मार्च में भाग लेने के लिए पंजाब के कई स्थानों से किसानों का आना जारी है। पंजाब की ओर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी देखी जा सकती हैं।
बता दें कि किसानो के आंदोलन को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी जारी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "पूरा किसान आंदोलन कर रहा है...एक तरफ आप भारत रत्न दे रहे हैं और दूसरी तरफ आप किसानों को रोकना चाहते हैं, उनकी मांग नहीं मानना चाहते। आखिरकार भाजपा चाहती क्या है...भाजपा के लोग PDA से घबराए हुए हैं...मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे सहयोगी दल PDA की लड़ाई को मजबूत करेंगे..."
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, "MSP की रिपोर्ट 2004 में आ गई थी और तब कांग्रेस की सरकार थी और उन्होंने 10 साल में कुछ क्यों नहीं किया?...किसान जिनसे दिल्ली जाकर बातचीत करना चाहते हैं, वो सभी मंत्री और अधिकारी जब चंडीगढ़ आ गए, तो आपने बात नहीं की। इसका मतलब आपका मकसद कुछ और है... मुझे आश्चर्य है कि पंजाब सरकार ने एक नोटिस जारी किया है कि हमारी सीमा में ड्रोन ना भेजें...जब किसान अमृतसर से आगे बढ़ने लगे, तो उन्होंने उन्हें रोकने की कोशिश भी नहीं की...काफी पथराव हो रहा है और इसमें हमारे एक डीएसपी और 25 अन्य पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं..."