परिवार आत्महत्या प्रकरण : दो और आरोपी गिरफ्तार
By भाषा | Updated: June 14, 2021 21:45 IST2021-06-14T21:45:21+5:302021-06-14T21:45:21+5:30

परिवार आत्महत्या प्रकरण : दो और आरोपी गिरफ्तार
शाहजहांपुर (उप्र), 14 जून जिले में दवा व्यवसाई के परिवार के चार सदस्यों द्वारा पिछले दिनों कथित रूप से सूदखोर से त्रस्त होकर आत्महत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक एस. आनंद ने सोमवार को बताया कि कच्चा कटरा मोड़ निवासी दवा व्यवसाई अखिलेश गुप्ता के परिवार के सदस्यों ने गत सात जून को सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी अविनाश को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद अखिलेश के घर से मिली डायरी तथा विवेचना में दो अन्य लोगों मिथिलेश तथा सुशील को भी पुलिस ने गिरफ्तार करके आज जेल भेज दिया है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए सुशील गुप्ता ने ही घटना वाले दिन पुलिस को सामूहिक आत्महत्या करने के मामले की सूचना दी थी। इसके अलावा गुप्ता ने अखिलेश को ब्याज पर काफी धन भी दे रखा था जिसका उल्लेख अखिलेश ने हिसाब-किताब की डायरी में किया हुआ है।
आनंद ने बताया कि मामले में कई टीम लगाई गई हैं। विवेचना से वह कड़ी से कड़ी जोड़ रहे हैं और आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा मृतक के घर पर उसके माता-पिता तथा अन्य रिश्तेदार लोग हैं। ऐसे में पुलिस की एक पूरी गारद उनकी सुरक्षा के लिए लगाई गई है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी सुशील गुप्ता अखिलेश का पड़ोसी है और उसने अखिलेश के मकान के बैनामा कागजात भी अपने पास रख लिए थे तथा उन्हें बैंक से कर्ज लेने में लगा दिया था।
पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी अविनाश के पास से तीन आधार कार्ड बरामद किए हैं जो अलग-अलग नामों से बनवाए गए हैं। गलत तरीके से एक से अधिक आधार कार्ड बनवाने के मामले में अविनाश के खिलाफ एक और रिपोर्ट भी दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि शाहजहांपुर जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत कच्चा कटरा मोहल्ले में रहने वाले दवा कारोबारी अखिलेश गुप्ता ने कथित रूप से अविनाश द्वारा कर्ज चुकाने के लिए प्रताड़ित किए जाने पर गत सात जून को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसी कमरे में उसकी पत्नी तथा दूसरे कमरे में उसके दो बच्चों के शव भी फांसी से लटके पाए गए थे। आरोप है कि कोविड-19 के कारण लागू कर्फ्यू की वजह से अखिलेश की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी और उसने अविनाश से कर्ज भी ले लिया था, जिसे लौटाने के लिए वह उसे प्रताड़ित कर रहा था। साथ ही उन पर मकान खाली करने का दबाव डाल रहा था।
इस मामले में वायरल हुए एक ऑडियो में अखिलेश की पत्नी रेशू अविनाश से कुछ घंटों की मोहलत मांगती सुनाई दी, मगर उसने ऐसा नहीं किया। इसके कुछ ही देर बाद सामूहिक आत्महत्या की घटना हो गई।
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