नई दिल्ली: आभूषण ब्रांड तनिष्क ने मंगलवार को अपने उस विज्ञापन को वापस ले लिया जिसमें दो अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोगों के एक परिवार को दिखाया गया है। इस ऐड वापस लेने के बाद भी इस मामले में विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर यह वायरल होने लगा कि तनिष्क के शोरूम पर कुछ लोगों ने विज्ञापन को लेकर हमला कर दिया है।
इस मामले में कच्छ के पुलिस कप्तान ने कहा कि सोमवार को दो लोग गुजरात में कच्छ स्थित गांधीधाम तनिष्क शोरूम में आए हुए थे। इसके बाद दोनों ने शोरूम के कर्मचारियों को टीवी ऐड पर माफी मांगने के लिए कहा था। कर्मचारियों द्वारा माफी मांगने के बाद दोनों लोग चले गए। पुलिस ने बताया कि तनिष्क शोरूम में तोड़फोड़ किए जाने की खबर गलत है।
जानें इस मामले में अब तक की 10 बड़ी बातें-
- तनिष्क ने दो धर्म के लोगों को एक परिवार को तौर पर दिखाते हुए एक ऐड बनाया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर तीखे हमले किये जाने के बाद अपना विज्ञापन वापस ले लिया। दरअसल, कुछ लोगों ने तनिष्क पर ‘लव जिहाद’ और ‘फर्जी धर्मनिरपेक्षता’ को बढ़ावा देने के आरोप लगाये थे। तनिष्क के विज्ञापन के वायरल वीडियो को लोग हिंदू-मुस्लिम एंगल देने लगे।
- तनिष्क ने एक बयान में कहा कि वह ‘‘भावनाओं को अनजाने में ठेस पहुंचने से दुखी है।’’ उसने कहा, ‘‘इस फिल्म ने अपने उद्देश्य के विपरीत भावनाओं को ठेस पहुंचायी और इस पर तीव्र प्रतिक्रियाएं सामने आयीं।’’
- भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने तनिष्क के विज्ञापन को उसके मानकों के अनुरूप बताया है और उसके खिलाफ ‘सांप्रदायिक घालमेल को बढ़ावा देने’ की शिकायत को खारिज कर दिया। तनिष्क के विज्ञापन में एक मुस्लिम महिला को अपनी हिंदू बहू की ‘गोद-भराई’ की रस्म करते हुए दिखाया गया है।
- इस विज्ञापन को लेकर ट्विटर पर हैशटैग ‘बायकॉट तनिष्क’ ट्रेंड करने लगा था। 43 सेकंड के इस विज्ञापन में एक गर्भवती महिला को उसकी ‘गोद भराई’ की रस्म के लिए एक महिला द्वारा ले जाते हुए दिखाया गया था। बाद में लोगों को एहसास हुआ कि जो महिला उसे ले जा रही थी वह उसकी सास थी। विज्ञापन में साड़ी और बिंदी लगाये जवान महिला अधिक आयु वाली महिला को मां कहकर संबोधित करती है, जिसने सलवार कुर्ता पहन रखा है और अपना सिर दुपट्टे से ढंक रखा है।
जवान महिला सवाल करती है, ‘‘आप यह रस्म नहीं करतीं?’’ इस पर मां जवाब देती है, ‘‘पुत्रियों को खुश रखने की परंपरा हर घर में होती है।’’ विज्ञापन में संयुक्त परिवार को दिखाया गया है, जिसमें हिजाब पहने एक महिला, साड़ी पहनी महिलाएं और नमाजी टोपी पहने एक व्यक्ति दिखता है।
- तनिष्क ने विरोध को देखते हुए सबसे पहले यूट्यूब पर अपने विज्ञापन पर टिप्पणियों तथा ‘लाइक्स’ और ‘डिस्लाइक्स’ को बंद किया और मंगलवार को वीडियो पूरी तरह से वापस ले लिया। तनिष्क के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘हम भावनाओं को ठेस पहुंचने से बहुत दुखी हैं और भावनाएं आहत होने के साथ ही अपने कर्मचारियों, साझेदारों और स्टोर कर्मियों की कुशलता को ध्यान में रखते हुए हम इस फिल्म को वापस ले रहे हैं।’’
- इस मामले में विज्ञापन में अपनी आवाज देने वाली अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने कहा कि यह अत्यंत निराशाजनक है कि आभूषण ब्रांड ने प्रतिकूल प्रतिक्रिया के बाद अपना विज्ञापन वापस ले लिया। जब एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने सवाल किया कि क्या विज्ञापन में उनकी आवाज है, दिव्या दत्ता ने जवाब दिया, ‘‘हां यह मेरी आवाज है। यह दुखद है कि इसे वापस लिया गया है।’’
- थरूर ने ट्वीट किया, ‘‘तो कट्टर हिंदुत्वादियों ने बहिष्कार का आह्वान किया है? हिंदू-मुस्लिम एकता को इस खूबसूरत विज्ञापन के जरिये सामने लाने के लिए तनिष्क ज्वेलरी के बहिष्कार करने का आह्वान किया है। अगर हिंदू-मुस्लिम "एकत्वम" उन्हें इतना परेशान करता है, तो वे दुनिया में हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक-भारत का बहिष्कार क्यों नहीं करते हैं।’’
- थरूर के सहयोगी अभिषेक सिंघवी ने उनका साथ दिया। सिंघवी ने ट्वीट किया, ‘‘तनिष्क के विज्ञापन का बहिष्कार करने वालों को पुत्रवधु नहीं दिखती जो अपनी सास के साथ खुश है। आपने बहुत धारावाहिक और समाचार देखे हैं।’’ ॉ
- अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने भी आलोचना की और ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘इतनी बड़ी कंपनी, इतनी कमजोर रीढ़।’’ अभिनेत्री ऋचा चड्ढा ने कहा कि टीबीएच, पेड ट्विटर ट्रेंड्स और गढ़े हुए आक्रोश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करना सिर्फ अदूरदर्शी है। विज्ञापन प्यारा था।
- भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद गीता कोथपल्ली ने इस विज्ञापन को ‘‘अत्यंत आपत्तिजनक और लव-जिहाद को सामान्य बनाने वाला’’ बताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं जानना चाहती हूं कि इस विज्ञापन का निर्देशन किसने किया और किसने लिखा?’’ तनिष्क के बहिष्कार की आवाज बढ़ने के साथ ही इसके समर्थन में कई लोग सामने आ गए।
(भाषा इनपुट के साथ)