Fact Check: मोदी सरकार की 'महिला शक्ति योजना' के तहत महिलाओं को मिलेंगे 60000 रुपये!, जानें क्या सच्चाई?
By स्वाति सिंह | Updated: December 8, 2020 18:11 IST2020-12-08T18:06:12+5:302020-12-08T18:11:43+5:30
पीआईबी फैक्ट चेक (PIBFactcheck) की पड़ताल में महिलाओं के बैंक खाते में 60,000 रुपये डालने का वीडियो फर्जी निकला। लेकिन यूट्यूब पर लगाई गई इस फर्जी वीडियो से देशभर में लोग गुमराह हो रहे थे।

केंद्र सरकार के द्वारा महिला शक्ति जैसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है।
नई दिल्ली: यूट्यूब पर जारी एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार 'महिला शक्ति योजना' के तहत सभी महिलाओं के बैंक खाते में 60,000 रुपये की नकद राशि दे रही है। ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा था। जाहिर है, अगर केंद्र सरकार सच में सभी महिलाओं के बैंक खाते में 60 हजार रुपये डाल रही है तो हर कोई इसका फायदा उठाना चाहेगा। बता दें कि यूट्यूब पर तेजी से वायरल होता ये वीडियो फेक है।
दरअसल, कोरोना काल के दौरान मोदी सरकार ने कई तरह की आर्थिक मदद महिलाओं के जनधन खातों में पहुंचाई है। वहीं, लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत महिला जनधन खाताधारकों के बैंक खातों में अप्रैल से जून तक यानी लगातार तीन महीने तक 500 रुपये की किस्त भेजी गई थी।
पीआईबी फैक्ट चेक (PIBFactcheck) की पड़ताल में महिलाओं के बैंक खाते में 60,000 रुपये डालने का वीडियो फर्जी निकला। लेकिन यूट्यूब पर लगाई गई इस फर्जी वीडियो से देशभर में लोग गुमराह हो रहे थे।
पीआईबी फैक्ट चेक ने वीडियो में किया जा रहा दावा को फर्जी करार दिया है। यानी केंद्र सरकार के द्वारा महिला शक्ति जैसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है।दावा: एक #Youtube वीडियो में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार 'महिला शक्ति योजना' के तहत सभी महिलाओं के बैंक खाते में ₹60,000 की नकद राशि दे रही है।#PIBFactcheck: यह दावा फर्जी है। केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। pic.twitter.com/H5OXNYnF4T
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 7, 2020
पीआईबी फैक्ट चेक के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है- “एक #Youtube वीडियो में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार 'महिला शक्ति योजना' के तहत सभी महिलाओं के बैंक खाते में ₹60,000 की नकद राशि दे रही है। यह दावा फर्जी है। केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है।”