नई दिल्ली: पेट्रोल, डीज़ल की हर रोज़ बढ़ती क़ीमतों को लेकर कांग्रेस अब सड़कों पर उतर आयी है। पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस की योजना मोदी सरकार के मंत्रियों के घेराव करने के साथ कस्बों तक धरने-प्रदर्शन शुरू करने की है। आज राजधानी दिल्ली में कांग्रेस की महिलाओं ने सड़कों पर चूल्हे जला कर खाना पकाते हुए सरकार का विरोध किया और जमकर नारेबाजी की।
राज्यसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर हमला बोलते हुए लोकमत से कहा कि मोदी सरकार में संवेदनशीलता समाप्त हो गयी है। वह दंभ में चूर है और ग़रीब तथा मध्यम वर्ग को भूख से मार देना चाहती है। पिछले आठ सालों में एक्ससाइज़ ड्यूटी लगा कर 26 लाख करोड़ कमा चुकी है और आज भी वही सिलसिला ज़ारी है यह जानते हुए कि तेल कंपनियां मुनाफ़ा कमा रहीं हैं और सरकार डिविडेंट ले रही है।
लोकमत ने प्रमुख अर्थशास्त्री चिराग से बातचीत की उनका कहना था कि पेट्रोल-डीज़ल के दामों में इज़ाफ़े का सीधा अर्थ है महंगाई का बढ़ना, मुद्रा स्फीति में 1 फ़ीसदी का बदलाव आ चुका है जो अच्छा संकेत नहीं है इससे तेल ,सब्ज़ी, फ़ल ,दूध जैसे रोज़मर्रा की हर वस्तु के दाम बढ़ेंगे।
पिछले 8 दिनों में पेट्रोल के दामों में 4 रुपये 80 पैसे प्रति लीटर बढ़े हैं, नहीं लगता कि सरकार इस पर लगाम लगाएगी नतीजा राजकोषीय घटा प्रभावित होगा, ब्याज़ दरों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और महंगाई आसमान छूने लगेगी।