बिहार में 4 जनवरी से खोले जाएंगे शिक्षण संस्थान: हर कक्षा में 50 फीसदी छात्रों को आने की अनुमति, माता-पिता की सहमति जरूरी

By एस पी सिन्हा | Updated: December 24, 2020 20:06 IST2020-12-24T19:59:15+5:302020-12-24T20:06:39+5:30

सोमवार को ही गाइडलाइन जारी कर देने की बात भी कही गई थी. लेकिन किन्हीं कारणों से यह जारी नहीं हो सकी और विभाग ने आज इसे जारी कर दिया. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने पत्र में उल्लेख किया है कि 18 जनवरी 2021 के बाद शेष कक्षाओं को चालू करने का निर्णय विभाग द्वारा स्थिति का मूल्यांकन कर लिया जाएगा.

Educational institutes opened in Bihar from January 4: only 50 percent students allowed in classroom, parents | बिहार में 4 जनवरी से खोले जाएंगे शिक्षण संस्थान: हर कक्षा में 50 फीसदी छात्रों को आने की अनुमति, माता-पिता की सहमति जरूरी

प्रत्येक कक्षा में छात्रों की कुल क्षमता की 50 प्रतिशत उपस्थिति प्रथम दिन रहे शेष 50 प्रतिशत की उपस्थिति दूसरे दिन रहे.

Highlightsलॉकडाउन के कारण बिहार में बंद पड़े सभी शिक्षण संस्थान नए साल में खुल जायेंगेराज्य में सभी शिक्षण पिछले करीब 9 महीने से बंद हैं. बिहार सरकार ने अब इन्हें 4 जनवरी से फिर से खोलने का निर्णय लिया है.

पटना: लॉकडाउन के कारण बिहार में बंद पड़े सभी शिक्षण संस्थान नए साल में खुल जायेंगे. राज्य में सभी शिक्षण पिछले करीब 9 महीने से बंद हैं. बिहार सरकार ने अब इन्हें 4 जनवरी से फिर से खोलने का निर्णय लिया है. शिक्षण संस्थान खोलने के साथ ही शिक्षा विभाग ने कुछ जरूरी गाइडलाइन्स जारी कर दिया है, जिसका हर एक शिक्षण संस्थानों में पालन करना अनिवार्य होगा. 

शिक्षा विभाग ने कहा है कि छात्र-छात्राओं के विद्यालय उपस्थिति के पूर्व माता-पिता की सहमति लिया जाना चाहिए. यदि विद्यार्थी परिवार की सहमति से घर से ही अध्ययन करना चाहता है तो उन्हें अनुमति देनी होगी. शिक्षा विभाग के द्वारा जारी गाइडलाइंस के मुताबिक, हर कक्षा में 50 फीसदी छात्र ही रोज स्कूल आएंगे. इसमें गाइडलाइंस के पालन का जिम्मा वीसी, डीएम और डीएओ को दिया गया है. 

4 जनवरी 2021 से सभी सरकारी निजी विद्यालय के नौवीं से 12वीं कक्षा तक तथा सभी विश्वविद्यालयों-महाविद्यालयों के अंतिम वर्ष की कक्षाओं एवं सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों को चालू करने का निर्णय लिया गया है. प्रत्येक कक्षा में छात्रों की कुल क्षमता की 50 प्रतिशत उपस्थिति प्रथम दिन रहे शेष 50 प्रतिशत की उपस्थिति दूसरे दिन रहे. इस प्रकार किसी भी कार्य दिवस पर क्षमता का 50 से अधिक उपस्थिति नहीं होगी. मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में 18 दिसम्बर को हुई क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में राज्य के सभी सरकारी व निजी हाईस्कूल-प्लसटू, कॉलेज, कोचिंग संस्थानों को 4 जनवरी से खोलने का निर्णय लिया गया था. 

इसको लेकर गाइडलाइन बनाकर जारी करने का निर्देश शिक्षा विभाग को दिया गया था. सोमवार को ही गाइडलाइन जारी कर देने की बात भी कही गई थी. लेकिन किन्हीं कारणों से यह जारी नहीं हो सकी और विभाग ने आज इसे जारी कर दिया. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने पत्र में उल्लेख किया है कि 18 जनवरी 2021 के बाद शेष कक्षाओं को चालू करने का निर्णय विभाग द्वारा स्थिति का मूल्यांकन कर लिया जाएगा. जीविका दीदियों की तरफ से दो-दो मास्क का वितरण होगा. सभी कोचिंग संस्थानों कोविड-19 शर्त के साथ खोलने का प्रस्ताव संबंधी जिला पदाधिकारी को समर्पित करेंगे. नए कक्षा में नामांकन के समय केवल अभिभावक को ही रखा जाए, बच्चों को इससे मुक्त रखा जाए. यदि संभव हो तो ऑनलाइन नामांकन संचालन की व्यवस्था की जाए.

Web Title: Educational institutes opened in Bihar from January 4: only 50 percent students allowed in classroom, parents

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे

टॅग्स :Biharबिहार