Earthquake In West Bengal: कोलकाता में सुबह-सुबह महसूस किए गए भूकंप के झटके, 5.1 तीव्रता वाले भूकंप से हिली धरती
By अंजली चौहान | Updated: February 25, 2025 07:12 IST2025-02-25T07:02:27+5:302025-02-25T07:12:01+5:30
Earthquake In West Bengal:आज सुबह 06:10 IST पर बंगाल की खाड़ी में रिक्टर स्केल पर 5.1 तीव्रता का भूकंप आया।

Earthquake In West Bengal: कोलकाता में सुबह-सुबह महसूस किए गए भूकंप के झटके, 5.1 तीव्रता वाले भूकंप से हिली धरती
Earthquake In West Bengal:पश्चिम बंगाल में आज सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। राजधानी कोलकाता समेत अन्य इलाकों में लोगों ने भूकंप को महसूस किया है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने बताया कि भूकंप सुबह 6:10 बजे आया। यह भूकंप बंगाल की खाड़ी में 5.1 तीव्रता का था। हालांकि भूकंप के झटकों से निवासियों में थोड़ी घबराहट पैदा हो गई, लेकिन किसी तरह के नुकसान या हताहत होने की तत्काल कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है।
An earthquake with a magnitude of 5.1 on the Richter Scale hit the Bay of Bengal at 06:10 IST today
— ANI (@ANI) February 25, 2025
(Source - National Center for Seismology) pic.twitter.com/Fro47VpwTK
इस घटना से एक हफ्ते पहले राजधानी दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। दिल्ली में 17 फरवरी की सुबह तेज झटकों के साथ लोगों की नींद खुली। भूकंप का केंद्र दक्षिणी दिल्ली के धौला कुआं में दुर्गाबाई देशमुख कॉलेज ऑफ स्पेशल एजुकेशन के पास था।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने ट्वीट किया कि भूकंप सुबह 5.36 बजे पांच किलोमीटर की गहराई पर आया। अधिकारी ने कहा कि जब दिल्ली-एनसीआर में भूकंप आया तो तेज आवाज सुनाई दी और झटके 35 सेकंड तक रहे।
भूकंप के दौरान सुनाई देने वाली गड़गड़ाहट की आवाज भूकंप की कम गहराई का परिणाम हो सकती है। यह टेक्टोनिक प्लेटों में हलचल और ऊर्जा के कई विस्फोटों के कारण हो सकता है।
भूकंप के तेज झटके महसूस होने के बाद कई लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के दौरान अपने घरों के बाहर खड़े लोगों और हिलते पंखों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। नुकसान या हताहतों की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है।
धौला कुआं क्षेत्र, जिसके पास एक झील है, हर दो से तीन साल में एक बार कम तीव्रता के भूकंप का अनुभव करता है। अधिकारी ने कहा कि 2015 में यहां 3.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के निदेशक डॉ. ओपी मिश्रा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "दिल्ली में छोटे-छोटे भूकंप आते रहे हैं। यह भूकंप धौला कुआं में आया था। 2007 में यहां 4.6 तीव्रता का भूकंप आया था। चिंता की कोई बात नहीं है। यह एक भूकंपीय क्षेत्र है। 4.0 तीव्रता के भूकंप के बाद, आफ्टरशॉक 1.2 तीव्रता से कम होगा। यह स्वाभाविक है क्योंकि इससे भूकंप ठीक हो जाएगा।"