मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कई इलाकों में लोग धरती पर कंपन महसूस कर रहे हैं। नीलबड़ में तेज धमाके के साथ कंपन होने से लोगों में दहशत का माहौल है। माना जा रहा है कि धरती के अंदर चट्टानों में घर्षण की वजह से धमाके की आवाज और कंपन हो रहा है। नीलवड़ से पहले कोलार क्षेत्र और कोहेफिजा में भी इसी तरह के झटके महसूस किए गए थे।
बताया जा रहा है कि लगातार भारी बारिश की वजह से केरवा और कलियासोत डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इससे कई इलाके जलमग्न हैं। जानकारों का मानना है कि धरती के अंदर चट्टानों के घर्षण से ऐसी आवाजें आ रही हैं लेकिन यह भूकंप नहीं है।
भूकंप कैसे आते हैं? इस सवाल के जवाब में विशेषज्ञों का कहना है कि पूरी धरती 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है, जिसके नीचे तरल पदार्थ लावा के रूप में है। ये प्लेटें लावे पर तैर रही होती हैं। इनके टकराने से ही भूकंप आता है। हालांकि भोपाल के कुछ इलाकों में महसूस किए जा रहे झटकों को भूकंप नहीं माना जा रहा।