डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट व्हीकल मिशन-2023 सफलतापूर्वक हुआ लॉन्च, देखें वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 19, 2023 09:47 AM2023-02-19T09:47:42+5:302023-02-19T09:59:38+5:30
एक बयान के अनुसार, इस मिशन ने चयनित छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के बारे में अधिक जानने का अवसर भी प्रदान किया। मार्टिन फाउंडेशन इस प्रोजेक्ट के लिए कुल 85 फीसदी फंडिंग करता है।
नई दिल्लीः मार्टिन फाउंडेशन ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन और स्पेस जोन इंडिया के साथ मिलकर 'एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन-2023' लॉन्च किया। इस प्रोजेक्ट को तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले के पट्टीपोलम गांव से लॉन्च किया गया। इस मौके पर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई साउंडराजन भी मौजूद थीं।
इस पहल के माध्यम से भारत के विभिन्न हिस्सों से कक्षा 6 से 12वीं तक के 5000 से अधिक छात्रों को 150 पीआईसीओ उपग्रहों (पिको सेटेलाइट) को डिजाइन और विकसित करने में सक्षम बनाया गया है, जिन्हें साउंडिंग रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किया जाना है। दुनिया में ऐसा पहली बार होगा कि 150 पिको सैटेलाइट एक साथ लांच किए जाएंगे। इन पिको सैटेलाइट को स्कूली छात्रों द्वारा बनाया गया है।
#WATCH | Martin Foundation in association with Dr APJ Abdul Kalam International Foundation and Space Zone India launched the APJ Abdul Kalam Satellite Launch Vehicle Mission-2023.
— ANI (@ANI) February 19, 2023
Telangana Governor Tamilisai Soundararajan was also present at the event. pic.twitter.com/GIRO9pLX1t
डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन हाउस ऑफ कलाम ने स्पेस जोन इंडिया एवं मार्टिन ग्रुप के सहयोग से डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट लान्च व्हीकल मिशन-2023 की शुरुआत की है। दुनिया में पहली बार होगा जब एक साथ 150 पिको सेटेलाइट लांच होंगे। इन सभी सेटेलाइट को छात्रों ने बनाया है और ये गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा। छात्रों द्वारा बनाए इन उपग्रहों द्वारा लिए गए डेटा का उपयोग ऑक्सीजन, ओजोन और वातावरण में फैली अन्य गैसों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए किया जाएगा।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया था इस पहल के माध्यम से, देश के विभिन्न हिस्सों से कक्षा छठी से बारहवीं तक के 5000 से अधिक छात्रों को 150 पीआईसीओ उपग्रहों को डिजाइन और विकसित करने में सक्षम बनाया गया है। बयान के अनुसार, इस मिशन ने चयनित छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के बारे में अधिक जानने का अवसर भी प्रदान किया। मार्टिन फाउंडेशन इस प्रोजेक्ट के लिए कुल 85 फीसदी फंडिंग करता है।