पुडुचेरी: पुडुचेरी में विपक्षी दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के विधायकों ने शुक्रवार को उस समय सभी को चौंका दिया जब वे स्कूल यूनिफॉर्म में विधानसभा पहुंचे। इनके गले में आई कार्ड था और पीठ पर स्कूल बैग लदा हुआ था। यही नहीं , विधायकों ने विधानसभा पहुंचने के लिए साइकिल का इस्तेमाल किया। ये सभी देखने में किसी स्कूल के छात्र जैसे लग रहे थे। 15वीं पुडुचेरी विधानसभा का तीसरा सत्र सुबह करीब साढ़े नौ बजे शुरू हुआ।
विपक्ष के नेता आर शिवा के नेतृत्व में सरकारी स्कूल की ड्रेस पहने डीएमके के ये सभी छह विधायक विधानसभा पहुंचे थे। विपक्ष के नेता शिवा ने दावा किया कि सरकार ने पिछले दो वर्षों से स्कूली छात्रों को साइकिल, ड्रेस या लैपटॉप जैसी चीजें प्रदान नहीं की हैं। इसी के विरोध में वे स्कूल ड्रेस में सदन पहुंचे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार शिवा ने कहा, 'स्कूली शिक्षा विभाग बदहाल है। लगभग 800 स्कूल हैं और उनमें से 35 प्रतिशत से अधिक में उचित शिक्षक नहीं हैं। सरकार ने छात्रों को मुफ्त नोटबुक, लैपटॉप, साइकिल या यूनिफॉर्म नहीं दी है। यहां तक कि मेरिट स्कॉलरशिप भी छात्रों को नहीं दी गई। यहां कोई उचित बुनियादी ढांचा उपलब्ध नहीं है, छात्रों को रोजाना उचित भोजन भी नहीं मिलता है।'
पुडुचेरी विधानसभा 24 मिनट के बाद स्थगित
बता दें कि पुडुचेरी विधानसभा का सत्र शुक्रवार को शुरू होने के 24 मिनट बाद अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन ने मुख्यमंत्री एन रंगासामी और उनके कैबिनेट सहयोगियों द्वारा अपने-अपने विभागों के लिए मांगी गई वर्ष 2022-2023 की अतिरिक्त अनुदान की मांगों को पारित कर दिया।
मुख्यमंत्री द्वारा पेश किए गए विनियोग विधेयक को भी पारित कर दिया गया। इससे पूर्व, विधानसभा अध्यक्ष आर सेलवम ने सदन की कार्यवाही शुरू होने पर आठ सितंबर 2022 को ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर शोक व्यक्त किया। विधानसभा अध्यक्ष ने महारानी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। दिवंगत महारानी की स्मृति में सभी विधायकों ने दो मिनट का मौन रखा।
श्रद्धांजलि के बाद विधायक दल के नेता आर शिवा के नेतृत्व में विपक्षी दल द्रमुक मुनेत्र कषगम (डीएमके) के सभी छह सदस्यों ने सरकार से पुडुचेरी को राज्य का दर्जा दिलाने के लिए एक प्रस्ताव लाने का आग्रह किया।