लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान से पहले नेताओं की बयानबाजियां उफान पर हैं। भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार और मालेगांव धमाका मामले की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया। भोपाल से ही कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने साध्वी प्रज्ञा के बयान पर पलटवार किया। दिग्विजय सिंह ने कहा, ''मोदी जी, अमित शाह जी और स्टेट बीजेपी को अपने बयान देने चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए। मैं इस बयान की निंदा करता हूं, नाथूराम गोडसे एक हत्यारा था, उसका महिमामंडन करना देशभक्ति नहीं, देशद्रोह है।''
दरअसल, प्रज्ञा ठाकुर ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा था, ''नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे। ऐसा बोलने वाले, उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं के गिरेबान में झांककर देखें, अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा।''
प्रज्ञा ठाकुर का यह बयान हाल में कमल हासन के उस बयान के बाद आया था जिसमें उन्होंने नाथुराम गोडसे को भारत का पहला आतंकवादी बताया था। कमल हासन ने कहा था कि ''आजाद भारत का पहला आतंकी एक हिंदू था और उसका नाम नाथूराम गोडसे था।''
प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने प्रेस कांफ्रेंस की। बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, ''बीजेपी इस बयान से सहमत नहीं है, हम इसकी निंदा करते हैं। पार्टी उनसे स्पष्टीकरण मांगेगी, उन्हें इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।''
नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ बताने वाले भोपाल से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बृहस्पतिवार को चुनौती दी कि भगवा पार्टी के ‘राष्ट्रवादी सितारे’ इस पर अपना रुख स्पष्ट करें। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘‘बापू का हत्यारा देशभक्त? हे राम!’’
उन्होंने कहा, ‘‘अपने उम्मीदवार के बयान से आपका दूरी बनाना पर्याप्त नहीं है। भाजपा के राष्ट्रवादी सितारों के पास अपना रुख स्पष्ट करने की हिम्मत है?’’ भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की प्रत्याशी एवं मालेगांव बम धमाकों की आरोपी प्रज्ञा ने बृहस्पतिवार को कहा कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे।
भाजपा ने यह कहते हुए प्रज्ञा के बयान से किनारा कर लिया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का हत्यारा (नाथूराम गोडसे) देशभक्त नहीं हो सकता है। विवाद खड़ा होने के बाद प्रज्ञा ने अपना बयान वापस लेते हुए माफी मांग ली।
वहीं, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, गोडसे के उत्तराधिकारियों द्वारा भारत की आत्मा पर हमला हो रहा है। बीजेपी नेता राष्ट्रपिता के हत्यारे को एक सच्चे राष्ट्रवादी के तौर पर दिखा रहे हैं और हेमंत करकरे की तरह देश के लिए अपना प्राणों की आहुति देने वालों को देशद्रोही घोषित कर रहे हैं।
बता दें कि कुछ दिनों पहले साध्वी प्रज्ञा ने मुंबई आतंकी हमले में शहीद जवान हेमंत करकरे को लेकर भी विवादित बयान दिया था। उन्होंने मालेगांव धमाका मामले में हिरासत में रहने के दौरान का जिक्र करते हुए आरोप लगाया था कि उस दौरान हेमंत करकरे ने उनके साथ बुरा व्यवहार किया था और यातनाएं दी थीं, जिसे लेकर उन्होंने हेमंत को श्राप दिया था। साध्वी ठाकुर के मुताबिक हेमंत करकरे की मौत उनके श्राप के कारण हुई थी। बयान पर बीजेपी घिरी तो साध्वी ने उसे अपना निजी बयान करार दिया था।