नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच आज श्रद्धालु हरिद्वार में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के मौके पर स्नान नहीं पाए। बता दें कि कोविड-19 के मामलों लगातार उछाल देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से प्रशासन ने इस बार स्नान पर प्रतिबंध लगा दिया है। मगर देश के अन्य राज्यों से मकर संक्रांति के मौके पर श्रद्धालुओं की स्नान करते हुए तस्वीरें सामने आ रही हैं। ऐसा ही एक नजारा पटना के गांधी घाट पर दिखा, जहां मकर संक्रांति के अवसर पर श्रद्धालु गंगा नदी में डुबकी लगाते हुए नजर आए।
वहीं, यहां के एक स्थानीय पुजारी ने एएनआई को बताया कि मकर संक्रांति के मौके पर यहां बड़ी संख्या में लोग डुबकी लगाने आते हैं, लेकिन इस साल कोविड के कारण श्रद्धालुओं की संख्या कम है। पटना के अलावा उत्तरकाशी की भागीरथी नदी से भी श्रद्धालुओं की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। मकर संक्रांति के अवसर पर स्थानीय लोगों ने उत्तरकाशी में भागीरथी नदी में 'देव डोली' स्नान किया। इस अनुष्ठान के अनुसार, स्थानीय लोग अपने गांव के देवताओं की पालकियों को पवित्र नदियों में डुबकी लगाने के लिए ले जाते हैं।
प्रयागराज में भी मकर संक्रांति के पर्व पर श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। इस मामले में एसपी मेला राजीव नारायण मिश्रा का कहना है कि कोविड की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल को घाटों के पास तैनात किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोविड के उचित व्यवहार का पालन किया जाए। यही नहीं, मकर संक्रांति के अवसर पर श्रद्धालु अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में 'सरोवर' में पवित्र डुबकी लगाते और पूजा करते हुए भी नजर आए।
बताते चलें कि इस साल देशभर से कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा होते हुए देखा जा रहा है, जिसकी वजह से मकर संक्रांति के मौके पर हरकी पैड़ी पर लाखों लोगों की भीड़ उमड़ती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले साल भी कोरोनाकाल में लगभग पांच लाख श्रद्धालु यहां स्नान के लिए आए थे। हालांकि, जिला प्रशासन ने इस बार बढ़ते मामलों को देखते हुए स्नान पर तीन दिन पहले से ही रोक लगा दी है।