पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से पहली बार सांसद चुन कर लोकसभा पहुंचने वाली टीएमसी एमपी नुसरत जहां के खिलाफ फतवा जारी किया है. मंगलसूत्र और सिन्दूर लगा कर शपथ लेने के बाद यह फतवा जारी किया गया है. नुसरत जहां ने 25 जून को संसद पहुंचकर शपथ-ग्रहण में हिस्सा लिया था. इस दौरान उन्होंने वन्दे मातरम का भी नारा लगाया था.
देवबंद के धर्मगुरुओं ने फतवा जारी करने के बाद कहा है कि मुस्लिम लड़कियों को सिर्फ मुस्लिम लड़कों से ही निकाह करना चाहिए. इस पर बीजेपी नेता साध्वी प्राची ने मुस्लिम धर्मगुरुओं पर जम कर हमला बोला है.
बीते 19 जून को कारोबारी निखिल जैन से नुसरत जहां ने तुर्की में शादी की थी. मुस्लिम धर्मगुरु असद वसमी ने कहा, ''जांच के बाद पता चला कि नुसरत ने जैन धर्म के युवक से शादी की है. इस्लाम कहता है कि मुस्लिम की शादी मुस्लिम से होनी चाहिए.
नुसरत जहां का शपथ-ग्रहण सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया था. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के पैर छू कर आशीर्वाद लेने के कारण उनकी तारीफ की गई थी. एक तरफ जब संसद में बीजेपी के नेता विपक्षी दलों के नेता पर वन्दे मातरम और जय श्रीराम के नारे के जरिये कटाक्ष कर रहे थे और एसपी के सांसद वन्दे मातरम को इस्लाम विरोधी बता रहे थे तो वहीं नुसरत जहां ने वन्दे मातरम बोल कर सभी वरिष्ठ नेताओं को आईना दिखाने का काम किया था.
नुसरत जहां और निखिल जैन ने कोलकाता में 4 जुलाई को एक भव्य रिसेप्शन का आयोजन किया है.