श्रीनगरः फरीदाबाद में किराये के कमरे से 360 किलोग्राम विस्फोटक बरामद होने के बाद गिरफ्तार किए गए डॉ. मुजम्मिल गनई के परिवार ने मंगलवार को दावा किया कि उन्हें मुजम्मिल के आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त होने की कोई जानकारी नहीं थी। मुजम्मिल के भाई आजाद शकील ने पुलवामा स्थित अपने आवास पर बताया, ‘‘यह आरोप लगाया जा रहा है कि वह बड़ा आतंकवादी है। हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है। पिछले पांच दशकों से हमारे परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।’’
शकील ने कहा कि उनका परिवार खेतीबाड़ी करता है और उन्हें अतीत में राष्ट्रवादी होने के कारण पथराव करने वालों ने निशाना भी बनाया था। उन्होंने कहा, ‘‘हम पूरी तरह से भारतीय हैं और हमने भारत के लिए पत्थर झेले हैं। आप गांव में किसी से भी इसकी पुष्टि कर सकते हैं।’’
अपने भाई के बारे में पूछे जाने पर शकील ने कहा कि वह एक ‘‘अच्छा इंसान’’ था। उन्होंने कहा, ‘‘आप उसके बारे में पूछताछ कर सकते हैं। उसके आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं लेकिन हमें अभी तक उससे मिलने की अनुमति नहीं दी गई है।’’
शकील ने बताया कि उसका भाई अपनी बहन की शादी में शामिल होने के लिए घर आने वाला था। शादी रविवार को होनी थी लेकिन अब रद्द कर दी गयी है। शकील ने बताया कि आरोपी डॉक्टर इससे पहले भी कश्मीर आया था जब उसके पिता की सर्जरी हुई थी।
लाल किले के पास हुए विस्फोट के संदिग्ध डॉ. उमर उन नबी की भाभी मुज़म्मिला ने कहा कि उन्होंने (सुरक्षा बलों ने) मेरे पति, देवर और सास को उठा लिया है। उन्होंने हमसे उमर के बारे में पूछा। हमने बताया कि वह दिल्ली में है। फिर वे तीनों को पूछताछ के लिए ले गए। हमने उमर से आखिरी बार पिछले शुक्रवार को बात की थी...उसे मेरे बच्चों से बहुत लगाव था और वह उनसे बहुत प्यार करता था।
जब भी वह घर आता, क्रिकेट खेलने में व्यस्त रहता। उसे क्रिकेट बहुत पसंद था...मैं आदिल (जो एक डॉक्टर है और हाल ही में विस्फोटकों की ज़ब्ती के मामले में आरोपी है) को नहीं जानती...उमर उस तरह का इंसान नहीं था। उसे पढ़ाने के लिए हमें बहुत संघर्ष करना पड़ा।
हमने कड़ी मेहनत की ताकि वह अपने पैरों पर खड़ा हो सके और हमारी देखभाल कर सके। मुझे यकीन नहीं हो रहा है। उसकी सगाई हो चुकी थी, लेकिन अभी तक उसकी शादी नहीं हुई थी। वह पिछले दो महीनों से घर नहीं आया था...उसके ज़्यादा दोस्त नहीं थे। वह सिर्फ़ पढ़ाई करता था। मुझे बस इतना ही पता है।