Delhi-NCR Air Pollution Updates: वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज, गोपाल राय ने मंत्रियों के साथ बैठक बुलाई, जानें अपडेट, यहां जानें एक्यूआई लेवल
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 9, 2023 10:29 AM2023-11-09T10:29:12+5:302023-11-09T10:31:49+5:30
Delhi, NCR Air Pollution Updates: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार दिल्ली में ऐप आधारित टैक्सियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
Delhi, NCR Air Pollution Updates: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में बृहस्पतिवार सुबह वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में है। हालात बहुत ही खराब है और सभी स्कूल बंद हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सख्त फैसला किया है। दिल्ली में 13 नवंबर से ऑड-ईवन लागू हो जाएगा। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए 20 नवंबर के आसपास क्लाउड सीडिंग के माध्यम से कृत्रिम बारिश किया जाएगा।
पिछले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 (गंभीर श्रेणी) को पार करने के बाद 398 दर्ज किया गया। वर्तमान में, शहर की वायु गुणवत्ता 'गंभीर प्लस' श्रेणी में गिरने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के चरण IV को लागू किया गया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि प्रस्ताव सुप्रीम कोर्ट को सौंप दिया गया है।
दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली के सभी मंत्रियों की बैठक बुलाई है। बैठक आज दिल्ली सचिवालय में होगी। बैठक में वित्त एवं राजस्व मंत्री आतिशी, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन मौजूद रहेंगें।
दिवाली से पहले मामूली राहत के आसार
मौसम की स्थिति अनुकूल होने की संभावनाओं के मद्देनजर शहर में दिवाली से ठीक पहले प्रदूषण के स्तर में मामूली कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे 420 दर्ज किया गया, जबकि बुधवार शाम चार बजे यह 426 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा तैयार एक्यूआई मानचित्र में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कई जगहों पर लाल बिंदू (खतरनाक वायु गुणवत्ता का संकेत) दिखाए गए हैं।
दिल्ली के पड़ोसी शहर गाजियाबाद में एक्यूआई 369, गुरुग्राम में 396, नोएडा में 394, ग्रेटर नोएडा में 450 और फरीदाबाद में 413 दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों के मुताबिक, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व की तरफ बदलने से भारत के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में पराली जलाने से निकलने वाले धुएं के योगदान को कम करने में मदद मिलेगी। हालांकि, हवा की धीमी गति इस प्रक्रिया पर विपरीत असर डालेगी।
अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद हवा की गति मौजूदा समय में लगभग पांच से छह किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 11 नवंबर को लगभग 15 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएगी, जिससे दिवाली से पहले प्रदूषक तत्वों को तितर-बितर करने में मदद मिलेगी।
दिल्ली के ‘डिसीजन सपोर्ट सिस्टम’ के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बुधवार को 38 फीसदी प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों, विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने से निकला धुआं जिम्मेदार था। बृहस्पतिवार को शहर में प्रदूषण के स्तर में पराली जलाने की घटनाओं का योगदान 27 फीसदी और शुक्रवार को 12 फीसदी रहने की आशंका है।
आंकड़ों में परिवहन को भी वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण बताया गया है, जो दिल्ली की बिगड़ती आबोहवा हवा में 12 से 14 फीसदी योगदान दे रहा है। वायु प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बुधवार को सभी स्कूलों की दिसंबर की शीतकालीन छुट्टियों को पुनर्निर्धारित कर दिया, जो अब नौ नवंबर से 18 नवंबर तक होगी।