नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सिंह सक्सेना ने सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर राजघाट और विजय घाट पर उनकी अनुपस्थिति के लिए पत्र लिखा। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता भाजपा शासित राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव प्रचार के लिए रविवार को गुजरात में थे।
केजरीवाल ने हालांकि महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को ट्विटर पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने रविवार को ट्वीट करते हुए लिखा, "राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। बापू की अहिंसक नीतियां, नैतिक आधार और महान विचार ना केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया का सदा मार्गदर्शन करते रहेंगे।" वहीं, केजरीवाल ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि दी।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, "पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। उनकी सादगी और ईमानदारी के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।" रविवार को राजकोट में एक संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल ने वादा किया था कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो राज्य में हर गाय के पालन-पोषण के लिए 40 रुपये प्रति दिन और राज्य के हर जिले में गैर-दुधारू मवेशियों के लिए एक आश्रय गृह दिया जाएगा।
फिलहाल, उपराज्यपाल की चिट्ठी का आम आदमी पार्टी ने जवाब दिया है। आप की ओर से कहा गया कि मुख्यमंत्री ने कभी गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री जयंती के कार्यक्रम में भाग लिया है। इस बार सीएम उस दिन गुजरात दौरे पर थे, जिसकी वजह से वो कार्यक्रम में भाग नहीं ले पाए। एलजी की चिट्ठी की वजह को समझना जरूरी है। अभी दो दिन पहले अहमदाबाद में सीएम ने पीएम के कार्यक्रम में खाली कुर्सियों के खिलाफ गुजरात के आदिवासी इलाके में एक बहुत बड़ी रैली को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री जल रहे हैं। एलजी ने ये पत्र पीएम के निर्देश पर लिखा है।