नई दिल्ली, 18 जून। बीते एक सप्ताह से दिल्ली के उपराज्यपाल के दफ्तर मे बैठे आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेताओं की तबियत बिगड़ने लगी है। सोमवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की हालत भी बिगड़ गई। बीते 6 दिनों से धरना दे रहे सिसोदिया के केटोन लेवल चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा है।
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मनीष सिसोदिया केटोन स्तर 7.4 पर पहुंच गया था जबकि केटोन स्तर 0 से 2 सामान्य माना जाता है। डॉक्टरों के मुताबिक सिसोदिया का केटोन लेवल चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया था मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने डिप्टी सीएम सिसोदिया को दिल्ली स्थित एलएनजीपी अस्पताल भर्ती किया गया है। वैसे तो एलजी दफ्तर में हड़ताल का आज 8वां दिन हैं।
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इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने सीएम केजरीवाल को अपना समर्थन दिया। बता दें कि बीती 11 जून को मुख्यमंत्री केजरीवाल, उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री गोपाल राय, सत्येंद्र जैन ने सोमवार शाम 5:30 बजे उप-राज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की थी और उसके बाद से उनके दफ्तर में वे डेरा डाले हुए हैं।
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दिल्ली के इतिहास में यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों ने अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए एलजी दफ्तर में बैठे हुए हैं। सीएम केजरीवाल दिल्ली में आईएएस अधिकारियों की हड़ताल खत्म करने, राशन वितरण संबंधी अन्य मांगो को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। इस मामले में आईएएस एसोसिएशन ने सीएम केजरीवाल की हड़ताल वाली बात को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि आईएएस रोज अपना काम कर रहे हैं।