IAS एसोसिएशन ने CM केजरीवाल के आरोपों का किया खंडन, कहा- हम हड़ताल पर नहीं
By कोमल बड़ोदेकर | Published: June 17, 2018 04:28 PM2018-06-17T16:28:54+5:302018-06-17T16:35:45+5:30
दिल्ली की आईएएस एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें वे आईएएस पर काम न करने और हड़ताल पर जाने के आरोप लगा रहे हैं।
नई दिल्ली, 17 जून। दिल्ली की आईएएस एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है जिनमें वे आईएएस पर काम न करने और हड़ताल पर जाने के आरोप लगा रहे हैं। इस मामले में आईएएस एसोसिएशन की ओर से आईएएस अधिकारी मनीषा सक्सेना ने कहा कि, हम ये बता देना चाहते हैं कि हम हड़ताल पर नहीं है। मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली की जनता में भ्रम फैला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह जानकारी पूरी तरह झूठी और आधारहीन है जिसमें वे यह कह रहे हैं कि दिल्ली में आईएएस अधिकारी हड़ताल पर हैं। हम समय पर मीटिंग्स में शामिल हो रहे हैं। सभी डिप्टी ऑफिसर अपना काम कर रहे हैं। हम कभी-कभी छुट्टियों पर भी काम कर रहे हैं। वहीं आईएएस एसोसिएशन की ओर से आईएएस अधिकारी वर्षा जोशी ने कहा कि, हमें अपना काम करने दें और आप अपना करें। हम अपने आप को डरा हुए और पीड़ित महसूस कर रहे हैं क्योंकि हमे पूरी तरह से राजनीतिक कारणों से उपयोग किए जा रहे है।
I would like to inform that we are not on strike. The information that IAS officers in Delhi are on strike is completely false & baseless. We are attending meetings, all depts are doing their works. We are sometimes also working on holidays: Manisha Saxena, IAS Association #Delhipic.twitter.com/4AE90onyYi
— ANI (@ANI) June 17, 2018
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके तीन मंत्रियों का उपराज्यपाल के कार्यालय पर धरना बीते 6 दिनों से धरना जारी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित पार्टी के दिग्गज चार नेता सोमवार ( 11 जून ) शाम से आईएएस की हड़ताल खत्म करने, राशन वितरण संबंधी अपनी मांगों को लेकर उपराज्यपाल के दफ्तर में धरने पर बैठे हुए हैं।
इस मामले में सीएम केजरीवाल ने कहा है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक वह धरने पर ही रहेंगे। इस बीच मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। केजरीवाल के धरने का समर्थन करने में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने अपना समर्थन दिया है।