नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के यथा स्थिति बनाए रखने के आदेश के एक घंटे से भी अधिक समय के बाद दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) ने कहा है कि जहांगीपुरी इलाके में अतिक्रमण रोधी अभियान रोक दिया गया है।
इससे पहले सुबह 9 बजे सुबह हुए अतिक्रमण रोधी अभियान के बाद सुप्रीम कोर्ट ने यथा स्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। हालांकि, इसके बाद भी काफी देर तक अभियान जारी रहा और कई दुकानों ध्वस्त करने के साथ ही बुलडोजर मस्जिद के गेट तक पहुंच गया था।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्तरी दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश मिलते ही अतिक्रमण विरोधी अभियान को जल्द ही रोक दिया जाएगा।
मेयर के बयान के बाद वकील दुष्यंत दवे ने सुप्रीम कोर्ट ने आदेश का पालन न होने की शिकायत की जिसके बाद सीजेआई एनवी रमना ने आदेश तत्काल अधिकारियों तक पहुंचाने का निर्देश दिया।
वहीं, इसी दौरान माकपा नेता बृंदा करात सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी लेकर मौके पहुंच गईं। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण रोधी अभियान रोके जाने के बाद करात ने कहा कि विध्वंस रोक दिया गया है। मैं जहांगीरपुरी के लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने और सुप्रीम कोर्ट के अगले आदेश का इंतजार करने की अपील करती हूं। विध्वंस संविधान के खिलाफ था।
जहां सुप्रीम कोर्ट ने यथा स्थिति बनाए रखने का आदेश देते मामले पर कल सुनवाई करने के लिए कहा है तो वहीं दिल्ली हाईकोर्ट आज इस मामले पर सुनवाई करेगा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने मामले को तत्काल सूचीबद्ध करने का आदेश दिया है।
दरअसल, आज सुबह एनएमसीडी के 9 बुलडोजर दिल्ली के जहांगीरपुर इलाके में अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के लिए पहुंचे। इसके बाद उन्होंने घरों और दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी।
गौरतलब है कि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच पथराव, आगजनी और गोलीबारी की घटनाएं हुई थीं। हिंसा में आठ पुलिसकर्मियों के अलावा एक स्थानीय नागरिक घायल हो गया था।