Delhi Coaching Centre Tragedy: दिल्ली नगर नगम (एमसीडी) के बाद नोएडा प्रशासन हरकत में है। दिल्ली और नोएडा में अभी तक 35 कोचिंग सेंटर और बेसमेंट सील कर दिया है। ओल्ड राजेंद्र नगर से छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल एमसीडी कार्यालय पहुंचा। छात्रा ने कहा कि कुछ दिन पहले लाइब्रेरी में पानी भर जाने से हमारे साथियों की मौत हो गई थी इसलिए हम लोग धरने पर बैठे। डीएम ने आज हमसे मुलाकात की और सुझाव दिया कि वह हमें एमसीडी कार्यालय में निदेशक से मिलवाएंगे। तो हम उनसे मिलने के लिए यहां हैं। हम अपने सवाल उठाएंगे और उनसे जवाब मांगेंगे।
एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस ने कहा कि यह हम सभी के लिए और व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए भी विफलता है। यह हमारे लिए एक अधिकारी के रूप में विफलता है कि यह घटना घटी... ऐसा नहीं होना चाहिए था। हमें अपना कर्तव्य बेहतर ढंग से निभाना चाहिए था। थॉमस ने छात्रों के साथ बातचीत की।
यूपीएससी अभ्यर्थियों की मौत: एमसीडी ने कोचिंग संस्थानों के 32 बेसमेंट सील किए
दिल्ली नगर नगम (एमसीडी) ने मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के सात और बेसमेंट सील कर दिए, जबकि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के राजधानी एन्क्लेव और पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार में एक-एक बेसमेंट सील किया गया है। एमसीडी ने राव आईएएस स्टडी सर्कल की इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की मौत के बाद यह कार्रवाई की है। इसके साथ ही, नगर निकाय ने एमसीडी भवन उपनियमों का कथित तौर पर उल्लंघन कर संचालित हो रहे कोचिंग संस्थानों के 32 बेसमेंट पर रविवार से कार्रवाई की।
आधिकारिक बयान के अनुसार, मंगलवार को राजेंद्र नगर में जिन कोचिंग सेंटर पर कार्रवाई की गई उनमें आईएएस गुरुकुल तथास्तु, ऑफिसर्स आईएएस अकादमी, फोरम आईएएस, साइकी वर्ल्ड आईएएस, संचेतना आईएएस, प्रिशा आईएएस, पथ अकादमी और दृष्टि आईएएस शामिल हैं।
बयान में कहा गया कि एमसीडी ने प्रीत विहार और राजधानी एन्क्लेव में स्थित क्रमशः संस्कृति अकादमी और प्रथम इंस्टिट्यूट के बेसमेंट पर भी कार्रवाई की है। इसके अतिरिक्त, एमसीडी के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने ओल्ड राजेंद्र नगर क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए एक टीम भी तैनात की, जहां मच्छरों को लेकर 78 पेइंग गेस्ट आवास और 13 गेस्ट हाउस की जांच की गई।
प्रीत विहार में सीलिंग अभियान के दौरान दिल्ली की महापौर शेली ओबेरॉय मौके पर मौजूद थीं। यह अभियान मुखर्जी नगर और राजेंद्र नगर इलाकों में एक साथ चलाया गया, जहां सोमवार रात तक व्यावसायिक गतिविधियां चलाने के कारण कोचिंग सेंटर के 20 बेसमेंट सील कर दिए गए।
नोएडा प्रशासन ने एक कोचिंग सेंटर व दो के ‘बेसमेंट’ को सील किया
उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्धनगर जिला प्रशासन की एक संयुक्त टीम ने बिना पंजीकरण संचालित किए जा रहे एक कोचिंग सेंटर को मंगलवार को सील कर दिया जबकि दो अन्य के ‘बेसमेंट’ को सील कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। प्रशासन ने बताया कि दिल्ली के राव आईएएस स्टडी सर्कल की इमारत के ‘बेसमेंट’ में पानी भर जाने से लोक सेवा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की मौत होने के बाद शिक्षा विभाग, नोएडा प्राधिकरण, जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और अग्निशमन विभाग के दलों ने सेक्टर-62 स्थित चार कोचिंग सेंटर की जांच की।
अधिकारियों ने के मुताबिक, बिना पंजीकरण के संचालित किए जा रहे ‘करियर लॉन्चर कोचिंग सेंटर’ को सील कर दिया गया जबकि ‘आकाश इंस्टिट्यूट’ और ‘फिटजी’ संस्थानों की इमारतों के ‘बेसमेंट’ सील किए गए हैं, क्योंकि इनमें पार्किंग की जगह शैक्षणिक कार्य हो रहा था। अग्निशमन विभाग के मुताबिक, नोएडा-ग्रेटर नोएडा में कुल 51 कोचिंग सेंटर का संचालन हो रहा है।
मुख्य दमकल अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि दिल्ली की घटना के बाद जनपद के कोचिंग सेंटर की जांच की जा रही है और मंगलवार को चार कोचिंग सेंटर में टीम पहुंची और एक कोचिंग को पूरी तरह से सील कर दिया गया तथा दो अन्य के ‘बेसमेंट’ को सील किया गया है। उन्होंने कहा कि यह अभियान लगातार चलेगा।
वहीं, गौतमबुद्ध नगर के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) डॉ धर्मवीर सिंह ने कहा कि कोचिंग संचालक सुरक्षा को सबसे ऊपर रखें और सभी मानकों को पूरा कर संचालन करें। उन्होंने कहा कि पहले दिन की जांच में तीन जगह कार्रवाई की गई जबकि चौथे कोचिंग सेंटर को चेतावनी दी गई है।