Delhi Chunav Result 2025: दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों का चुनाव परिणाम शनिवार को आ जाएगा। जिस पर बिहार के लोगों की भी निगाहें टिकी हुई हैं। बिहार के हर चौक-चौराहे पर दिल्ली चुनाव की चर्चा हो रही है। सियासी जानकारों के मुताबिक, दिल्ली से जो संदेश निकलेगा, उसका असर बिहार की सियासत में भी देखने को मिलेगा। सियासत के जानकारों की मानें तो अगर दिल्ली में भाजपा जीतती है, तो बिहार में एनडीए नेताओं में अलग ही जोश देखने को मिलेगा। वहीं अगर केजरीवाल की वापसी हो गई तो इंडिया गठबंधन की बांछें खिल जाएगी।
जानकारों की मानें तो इससे राजद को भी तगड़ा झटका लग सकता है। इसके कई बड़े कारण नजर आ रहे हैं। पहला- दिल्ली में अगर भाजपा जीतती है, तो पार्टी कार्यकर्ता एक नए जोश के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे। दूसरा- महागठबंधन में राजद की मनमानी पर भी अंकुश लग सकता है। दरअसल, अभी तक महागठबंधन को राजद ही नेतृत्व कर रही है।
राजद प्रमुख लालू यादव और तेजस्वी यादव ना सिर्फ गठबंधन में सीटों का बंटवारा करते हैं, बल्कि साथी दलों में टिकट वितरण में भी हस्तक्षेप करने लगते हैं। उनके आगे कांग्रेस जैसे दलों को भी झुकना पड़ जाता है। लेकिन इस तरह के नतीजे से लालू परिवार को यह डर रहेगा कि अगर गठबंधन टूट गया तो सत्ता हासिल करना मुश्किल हो जाएगा।
जानकारों के अनुसार दिल्ली चुनाव में अरविंद केजरीवाल की पार्टी को चाहे हार मिले या फिर जीत, ठीकरा कांग्रेस पर ही फूटना है। आम आदमी पार्टी हारेगी तो कांग्रेस पर ठीकरा फूटेगा ही और अगर आम आदमी पार्टी जीत गई तो अरविंद केजरीवाल यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि कांग्रेस ने इतना विरोध किया फिर भी जीत गए।
उसके बाद कांग्रेस को इंडिया ब्लॉक के सभी दल किनारे करने की रणनीति अपनाएंगे, इसमें किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए। दिल्ली में जो कुछ भी चल रहा है। वह बिहार की राजनीति को बड़े स्तर पर प्रभावित कर सकता है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली चुनाव से पहले ममता बनर्जी ने इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा जताई थी और लालू प्रसाद यादव, उमर अब्दुल्ला, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल आदि नेताओं ने समर्थन भी किया था। ऐसे में अब अगर बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में कोई खटर-पटर होती है तो इसका असर राजद और कांग्रेस गठबंधन पर भी पड़ सकता है।
यह टूट भी सकता है। इसका कारण यह है कि लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने भी ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व देने पर राजीनामा दिया था। अब बिहार चुनाव से पहले या उसी दौरान अगर ऐसा होता है तो जाहिर है कि यह महागठबंधन के लिए अच्छा नहीं होगा।
हालांकि राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि दिल्ली में भाजपा के जीतने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी खतरे में पड़ जाएगी। जदयू को भाजपा समाप्त कर देगी। भाजपा दबाव बनाकर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी से बेदखल करेगी। उन्होंने कहा कि जदयू को खत्म करने के लिए भाजपा रणनीति बना चुकी है।
हालांकि जदयू और भाजपा के नेता इसे एनडीए की बडी कामयाबी मानने की तैयारी में हैं। जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि दिल्ली का चुनाव परिणाम में एनडीए को अगर जीत मिलती है तो इसका बडा संवाद जनता के बीच जायेगा।