नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष की घोषणा जल्द होने को है। जेपी नड्डा की जगह कौन लेगा ये सवाल सबके सामने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और आरएसएस की मुहर लगने के बाद घोषणा की जाएगी। इस बीच भारतीय जनता पार्टी में कई राज्य में प्रदेश अध्यक्ष चुनाव हो रहा है। महाराष्ट्र, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और पुडुचेरी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का नाम फाइनल हो गया है।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)कुछ राज्यों की इकाइयों के प्रमुखों का चुनाव कर चुकी है और मंगलवार को कुछ और राज्यों में भी प्रदेश अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया पूरी कर लेगी।
इसी के साथ केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी सोमवार को नये राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गई। इन प्रदेश अध्यक्षों के निर्वाचन के साथ ही जे पी नड्डा के स्थान पर नये राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए आवश्यक प्रदेश अध्यक्षों की संख्या पूरी हो जायेगी। भाजपा के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले 37 संगठनात्मक राज्यों में से कम से कम 19 में अध्यक्षों का चुनाव होना आवश्यक है। सत्तारूढ़ पार्टी मंगलवार को यह सीमा पार करने जा रही है। वी पी रामलिंगम और के बेइचुआ सोमवार को क्रमश: पुडुचेरी और मिजोरम के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुने गए हैं।
जबकि महाराष्ट्र, उत्तराखंड, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में इस पद के लिए एकल नामांकन दाखिल किया गया, फलस्वरूप मंगलवार को उनका चुनाव महज औपचारिकता रह गया। भाजपा के पास अब 16 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष हैं, जिनमें से कुछ को फिर से इस पद पर चुना गया है। यह आंकड़ा मंगलवार को बढ़ जाएगा।
अगले कुछ दिनों में कर्नाटक और मध्य प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में भी प्रदेश भाजपा अध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया पूरी हो सकती है। भाजपा ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में क्रमश: रामचंदर राव और पी वी एन माधव जैसे संगठन के अनुभवी नेताओं को अध्यक्ष चुना है। महाराष्ट्र भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष और चार बार के विधायक रवींद्र चव्हाण का भी नया प्रदेश अध्यक्ष चुना जाना तय है।
वह राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का स्थान लेंगे। उत्तराखंड के निवर्तमान अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य महेंद्र भट्ट को इसी पर पर नया कार्यकाल मिला है। इस घटनाक्रम से नड्डा की जगह नये राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की संभावना बढ़ गई है। नड्डा इस समय नरेन्द्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
हालांकि, तेलंगाना में राव को चुने जाने पर उग्र हिंदुत्व नेता और विधायक टी राजा सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा से इस्तीफा दे दिया। गुटबाजी से ग्रस्त तेलंगाना पार्टी संगठन में राव की पदोन्नति को संतुलन साधने और संगठन के पुराने लोगों को पुरस्कृत करने के रूप में देखा जा रहा है।
पूर्व मंत्री रवींद्र चव्हाण ने भाजपा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष पद के लिए पार्टी विधायक एवं पूर्व मंत्री रवींद्र चव्हाण ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया और एक औपचारिक घोषणा मंगलवार शाम तक की जाएगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने यह जानकारी दी। फडणवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा के नये प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
और नामांकन के दौरान बतौर केंद्रीय पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू मौजूद थे। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा को जल्द ही नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा। रवींद्र चव्हाण ने आज वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष और राज्य मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया।’’ मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि चव्हाण ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत युवा शाखा के कार्यकर्ता के रूप में थी, उसके बाद वह नगर निगम पार्षद, विधायक और बाद में मंत्री बने।
उन्होंने कहा, ‘‘चव्हाण चौथी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं और पार्टी में लंबे समय से सहयोगी हैं। हमें खुशी है कि उन्होंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। आधिकारिक घोषणा कल शाम तक की जाएगी।’’ चव्हाण 2024 में डोंबिवली से लगातार चौथी बार विधायक निर्वाचित हुए थे।
पूर्व एमएलसी रामचंदर राव बन सकते हैं तेलंगाना में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष
तेलंगाना विधान परिषद के पूर्व सदस्य एन. रामचंदर राव के केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी के स्थान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई का अध्यक्ष बनने की संभावना है, क्योंकि वह इस पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले एकमात्र उम्मीदवार हैं। इस पद के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि सोमवार को समाप्त हो गई।
पार्टी के अनुसार, जरूरत होने पर मंगलवार को चुनाव कराया जाएगा। पेशे से वकील राव 2015 में हैदराबाद-रंगारेड्डी-महबूबनगर स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद के लिए चुने गए और 2021 तक सदन में भाजपा के नेता रहे। उन्होंने भाजपा की हैदराबाद शहर इकाई के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है। राव ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता के तौर पर की। वह 1977 से 1980 तक स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के दौरान तीन वर्षों तक इसके अध्यक्ष रहे।
विधानसभा चुनाव से पहले आंतरिक कलह और मीडिया अटकलों को समाप्त करने के प्रयास के तहत भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने जुलाई 2023 में बंडी संजय कुमार को हटाकर जी किशन रेड्डी को पार्टी की राज्य इकाई का प्रमुख नियुक्त किया था।
राजीव बिंदल का हिमाचल भाजपा अध्यक्ष के रूप में फिर से निर्विरोध चुना जाना तय
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रहे वरिष्ठ नेता राजीव बिंदल का फिर से इस पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित होना तय है क्योंकि वह इस पद के लिए अकेले उम्मीदवार हैं। भाजपा की हिमाचल प्रदेश इकाई के नए अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया सोमवार दोपहर 12 बजे प्रदेश भाजपा कार्यालय में शुरू हुई।
चुनाव अधिकारी राजीव भारद्वाज ने सोमवार को बताया कि विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक दल के नेता जयराम ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और सभी भाजपा सांसदों तथा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर और अन्य प्रदेश पदाधिकारियों की ओर से बिंदल के नाम के तीन नामांकन पत्र दाखिल किए गए।
आठ राष्ट्रीय परिषद सदस्यों के सर्वसम्मति से चुनाव की राह भी तैयार है क्योंकि पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर, पार्टी महासचिव बिहारी लाल शर्मा, त्रिलोक कपूर, पवन काजल, रश्मि धर सूद, पायल वैद्य, डॉ. राजीव सैजल और संजीव कटवाल ने ही नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। राजीव बिंदल 2002 से 2022 के बीच सोलन से तीन और नाहन से दो विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक रहे।
उन्होंने 2007 से 2012 तक प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व वाली सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के रूप में भी कार्य किया। उन्हें 10 जनवरी 2018 को सर्वसम्मति से 13वीं विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया था और वे जनवरी 2020 तक इस पद पर रहे तथा कुछ समय के लिए राज्य भाजपा प्रमुख का पदभार संभाला और अप्रैल 2023 में उन्हें फिर से पार्टी की राज्य इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। हिमाचल भाजपा प्रमुख के रूप में उनका नया कार्यकाल एक जुलाई से शुरू होगा।
पुडुचेरी : वी पी रामलिंगम निर्विरोध भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुने गए
पुडुचेरी विधानसभा के पूर्व मनोनीत विधायक वी पी रामलिंगम को केंद्र शासित प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इकाई का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। वे एस सेल्वागणपति का स्थान लेंगे। पार्टी मुख्यालय ने सोमवार को यह घोषणा की। रामलिंगम इस पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार थे।
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 29 जून को समाप्त हो गई थी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कोई अन्य नामांकन प्राप्त नहीं होने के कारण उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया। पेशे से कारोबारी रामलिंगम (63) ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस के साथ की थी और वह 2021 में भाजपा में शामिल हुए थे।
उन्हें बधाई देने वालों में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, पुडुचेरी के गृह मंत्री ए नमस्सिवयम, पार्टी विधायक शामिल हैं। रामलिंगम उन तीन मनोनीत विधायकों में से एक थे जिन्होंने पार्टी नेतृत्व के निर्देश के बाद 27 जून को पुडुचेरी विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी सूत्रों ने बताया कि विधानसभा में दो जुलाई को नये सदस्यों को मनोनीत किये जाने की संभावना है।