Delhi Elections: जदयू और लोजपा(रा) ने करा दी एनडीए की किरकिरी, पूर्वांचलियों का दिखा दबदबा
By एस पी सिन्हा | Updated: February 9, 2025 15:17 IST2025-02-09T15:15:51+5:302025-02-09T15:17:03+5:30
जदयू को बुराड़ी सीट मिली थी तो वहीं लोजपा(रा) के हिस्से में देवली सीट आई थी। लेकिन आम आदमी पार्टी ने जदयू को बुराड़ी और लोजपा(रा) को देवली सीट से हरा दिया।

Delhi Elections: जदयू और लोजपा(रा) ने करा दी एनडीए की किरकिरी, पूर्वांचलियों का दिखा दबदबा
पटना: दिल्ली विधानसभा चुनाव में जदयू और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) की हुई करारी हार ने एनडीए की किरकिरी करा दी है। दरअसल, जदयू और लोजपा(रा) भी भाजपा के साथ मिलकर दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ रही थी। भाजपा ने बिहार के अपने दोनों सहयोगी पार्टी जदयू और लोजपा(रा) को एक-एक सीट दी थी।
जदयू को बुराड़ी सीट मिली थी तो वहीं लोजपा(रा) के हिस्से में देवली सीट आई थी। लेकिन आम आदमी पार्टी ने जदयू को बुराड़ी और लोजपा(रा) को देवली सीट से हरा दिया। बुराड़ी विधानसभा सीट से जदयू उम्मीदवार शैलेंद्र कुमार को आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव झा ने लगभग 14 हजार वोटों से हराया है। वहीं, चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रा) भी देवली (सुरक्षित) सीट पर प्रत्याशी दीपक तंवर को आप प्रत्याशी प्रेम चौहान ने करीब 37 हजार वोटों से हराया है।
दरअसल, भाजपा ने दिल्ली में पूर्वांचली मतदाताओं को साधने के लिए यह सीट जदयू और लोजपा(रा) को दिया था। लेकिन, इन दोनों सीटों पर एनडीए गठबंधन चुनाव हार गई है। हालांकि दोनों सीट पर जदयू और लोजपा(रा) नेताओं ने जोरदार चुनाव प्रचार किया था। इसके बाद भी एनडीए को हार का सामना करना पड़ा। मजेदार बात यह है कि देवली सीट पर पशुपति कुमार पारस की पार्टी रालोजपा ने भी अपने उम्मीदवार को उतारा था।
इस सीट पर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की तरफ से देविका ने अपनी उम्मीदवारी पेश की थी, लेकिन उनको महज 538 वोट ही मिले। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए के बिहार से ताल्लुक रखने वाले तमाम घटक दलों ने तैयारी की थी। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी इस चुनाव को लड़ने को लेकर अपनी मंशा भी जाहिर की थी। हालांकि उनकी पार्टी को दिल्ली में चुनाव लड़ने के लिए सीट नहीं मिली थी।
वैसे, दिल्ली चुनाव में बिहार समेत पूर्वांचल के वोटरों का दम दिखा। बिहार के रहने वाले पांच उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है। दिल्ली की कुल 70 सीटों में 20 से अधिक सीटों पर बिहार समेत पूर्वांचल के वोटरों का दबदबा रहा है। जिसके कारण करीब दो दर्जन सीटों पर पूर्वांचल के वोटरों ने अपनी ताकत दिखाकर चुनाव में जीत-हार तय किया।
ऐसे में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि पूर्वांचल बिहार के लोगों ने आम आदमी पार्टी से अपमान का बदला लिया। वहीं राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बुराड़ी और देवली सीट के परिणाम को लेकर कहा कि वहां बिहार के लोग अधिक संख्या में मतदाता हैं। लेकिन जदयू और लोजपा(रा) के प्रत्याशी की हार हुई। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि भाजपा ने जानबूझकर अपने सहयोगी दलों को गच्चा दे दिया ताकि बिहार में उनकी ज्यादा जोर दिखे। दिल्ली में 'बिहारियों' का जलवा साफ देखने को मिला। भाजपा अब बिहार में नीतीश कुमार को भी उखाड़ फेंकेगी।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में इस बार 5 ऐसे प्रत्याशियों ने जीत हासिल की जो बिहार के रहने वाले हैं। इनमें से तीन का संबंध भाजपा से हैं, जबकि दो नेता आम आदमी पार्टी से हैं। भाजपा से अभय वर्मा, डॉ. पंकज कुमार सिंह और चंदन कुमार चौधरी विजयी रहे। जबकि आम आदमी पार्टी से अनिल झा और संजीव झा ने जीत दर्ज की है। ये पांचों नेता मूलरूप से बिहार के निवासी हैं।
दरभंगा के अभय वर्मा ने लक्ष्मी नगर से, बक्सर में जन्मे डॉ. पंकज कुमार सिंह ने विकासपुरी और खगड़िया के चंदन कुमार चौधरी ने संगम विहार से जीत दर्ज की। इसी तरह से आम आदमी पार्टी के लिए अनिल झा ने किराड़ी से और संजीव झा ने बुराड़ी से जीत हासिल की। ये दोनों नेता मधुबनी से ताल्लुक रखते हैं। अभय वर्मा पेशे से वकील हैं और दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष भी हैं।
उन्होंने लक्ष्मी नगर सीट से 'आप' के बीबी त्यागी को 11,542 वोटों से हराया. इसी तरह से चंदन कुमार चौधरी ने संगम विहार सीट से ‘आप’ के दिनेश मोहनिया को मात्र 344 वोटों से हराया है। डॉ. पंकज कुमार सिंह ने विकासपुरी सीट से जीत हासिल की है। आप के संजीव झा ने बुराड़ी सीट से जदयू के शैलेंद्र कुमार को 20,601 वोटों से हराया है। इसी तरह से ही आप के अनिल झा ने किराड़ी विधानसभा सीट पर भाजपा के बजरंग शुक्ला को 21,871 वोटों से हराया है।