अंतिम विदाई: सेना में पदोन्नत होने वाले थे ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर, जनरल रावत की टीम के थे प्रमुख सदस्य
By रुस्तम राणा | Updated: December 10, 2021 12:27 IST2021-12-10T10:11:16+5:302021-12-10T12:27:47+5:30
केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर को बरार स्क्वायर श्मशान घाट में श्रद्धांजलि दी।

अंतिम विदाई: सेना में पदोन्नत होने वाले थे ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर, जनरल रावत की टीम के थे प्रमुख सदस्य
दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर के पार्थिव शरीर को बरार स्क्वायर श्मशान घाट लाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। सेना के अधिकारियों सहित देश के कई महत्वपूर्ण व्यक्ति उनके अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचे। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर को श्रद्धांजलि दी।
Delhi: Defence Minister Rajnath Singh pays tribute to Brig LS Lidder at Brar Square, Delhi Cantt.#TamilNaduChopperCrashpic.twitter.com/aDfOrWtu3m
— ANI (@ANI) December 10, 2021
इसके अलावा ब्रिगेडियर एलएस लिडर को तीनों सेना के प्रमुख, थल सेना के जनरल एमएम नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भी श्रद्धांजलि दी। ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दर का कन्नूर हादसे में असमायिक निधन हो गया था।
उन्होंने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के रक्षा सहायक के रूप में त्रि-सेवा सुधारों पर बड़े पैमाने पर काम किया था। दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी ब्रिगेडियर लिडर ने जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद-रोधी अभियानों में बड़े पैमाने पर काम किया और चीन के साथ भारत की सीमाओं पर एक ब्रिगेड की कमान संभाली थी।
सेना में उन्हें जल्द ही मेजर जनरल के रूप में पदोन्नत किया जाना था और एक साल से अधिक समय तक जनरल रावत की टीम में एक प्रमुख सदस्य के रूप में सेवा करने के बाद अपनी अगली पोस्टिंग की तैयारी कर रहे थे। वहीं आज जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का पार्थिक शरीर दिल्ली स्थित उनके आवास 3, कामराज मार्ग पर सुबह 11 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक आम लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा। वहीं शाम चार बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इससे पहले दोपहर 12:30 से 1:30 बजे के बीच का समय सैन्य कर्मियों के लिए जनरल रावत और उनकी पत्नी को सम्मान देने के लिए रखा जाएगा। जनरल रावत की उनके आवास से बरार स्क्वायर श्मशान घाट तक की अंतिम यात्रा दोपहर 2 बजे के करीब शुरू होगी।