दानिश अली- रमेश बिधूड़ी विवाद: 10 अक्टूबर को दोनों सांसदों का पक्ष सुनेगी विशेषाधिकार समिति
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: October 4, 2023 04:44 PM2023-10-04T16:44:12+5:302023-10-04T16:48:12+5:30
10 अक्टूबर को लोकसभा की विशेषाधिकार समिति की पहली बैठक में रमेश बिधूड़ी और बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के बीच हुए विवाद पर दोनों सासदों की बात सुनी जाएगी।
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी और बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के बीच लोकसभा में हुए विवाद का मामला अब विशेषाधिकार समिति के पास है। 10 अक्टूबर को लोकसभा की विशेषाधिकार समिति की पहली बैठक में विवाद पर सांसदों की शिकायतें सुनी जाएंगी। बैठक के एजेंडे में कहा गया है कि सदन में 'चंद्रयान-3 मिशन' पर चर्चा के दौरान कथित अनुचित आचरण के लिए बिधूड़ी और दानिश अली के खिलाफ विभिन्न सदस्यों से प्राप्त शिकायतों के संबंध में सांसद रमेश बिधूड़ी का मौखिक साक्ष्य लिया जाएगा।
पिछले महीने लोकसभा में चंद्रयान -3 की सफलता पर चर्चा के दौरान बिधूड़ी ने बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली को नीच, सांप्रदायिक और उग्रवादी कहा था। इस पर विपक्षी दलों ने उन्हें निलंबित करने सहित सख्त कार्रवाई की मांग की थी। विपक्ष का आरोप है कि भाजपा अपने सांसद को दंडित करने के बजाय उसका बचाव करने की कोशिश कर रही है। विवाद के बाद मामला सदन की विशेषाधिकार समिति को भेजा गया।
हाल ही में भाजपा ने दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां कर विवादों में घिरे सांसद रमेश बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक जिले में चुनाव संबंधी जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके खिलाफ भी विपक्ष ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला और कहा कि मुस्लिम सांसद के खिलाफ टिप्पणियां करने के लिए बिधूड़ी को पुरस्कृत किया गया है।
दानिश अली के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सांसद सुप्रिया सुले, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अपरूपा पोद्दार, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की कनिमोई और विपक्ष के कई अन्य सदस्यों ने सदन के अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इन सांसदों ने मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने का भी आग्रह किया था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हालांकि दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए मेश बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी कर चुकी है लेकिन विपक्ष इसे दिखावा बता रहा है। भाजपा ने दक्षिणी दिल्ली के सांसद से पूछा है कि असंसदीय शब्दों के इस्तेमाल के लिए क्यों ना उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। बिधूड़ी दक्षिणी दिल्ली से दो बार के सांसद हैं। इससे पहले वह तीन बार दिल्ली विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं। पहली बार 2014 में वह लोकसभा का चुनाव लड़े और उसमें जीत हासिल की।