Covid-19 Bihar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने COVID-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। डॉक्टरों की सलाह पर, उन्होंने अपने आवास पर खुद को आइसोलेट कर लिया है। हाल ही में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी और तारकिशोर प्रसाद सहित नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के चार सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।
बिहार में कोरोना ने अब आम से खास तक को अपने चपेट में ले लेना शुरू कर दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना पॉजिटिव पाए गये है। मुख्यमंत्री कार्यालय से इस बात की जानकारी दी गई है. फिलहाल, मुख्यमंत्री चिकित्सकों की सलाह पर होम आइसोलेशन में हैं।
सीएमओ ने इसकी जानकारी ट्वीट करके लिखा है कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जांच में पॉजिटिव हो गये है. चिकित्सकों की सलाह पर वह होम आइसोलेशन में हैं। वहीं, राज्य में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच पटना एम्स से एक बडी खबर सामने आ रही है। पटना एम्स में भर्ती एक 6 साल के बच्चे की मौत कोरोना के इलाज के दौरान हो गई है।
पूर्व में उसकी न्यूरो सर्जरी की गई थी और इलाज के क्रम में ही वह कोरोना संक्रमित हो गई थी। एम्स के कोरोना नोडल पदाधिकारी डा. संजीव कुमार ने बताया कि बच्ची न्यूरो डिजीज से ग्रसित थी. एक माइनर सर्जरी हो चुकी थी और इसी क्रम में वह कोरोना संक्रमित हुई थी। इसके बाद से लगातार उसकी हालत बिगड़ती गई।
बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चों और कम उम्र के लोगों पर खतरा बढने की संभावना पहले से ही जताई जा रही है। इस बीच राजधानी पटना स्थित एम्स में एक छह साल के बच्चे की कोरोना से मौत की खबर के बाद लोगों को अपने बच्चों को सुरक्षित रखने की चिंताएं बढ गई है।
पटना एम्स कोरोना ऑफिसर डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया कि एक बच्चे की मौत कोरोना संक्रमण के इलाज के दौरान हुई हैं। डाक्टरों के संक्रमित होने के कारण एम्स पटना, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच से लेकर राजवंशी नगर हड्डी हास्पिटल तक में नियोजित सर्जरी स्थगित कर दी गई है।
इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी टाली जा सकने वाली सर्जरी को स्थगित किया जा रहा है। उधर, ओमीक्रॉन वैरिएंट तेजी से पांव पसार रहा है. राज्य में ओमिक्रॉन की पुष्टि वाले 27 मरीजों में से बीस पटना के ही विभिन्न मोहल्लों के हैं. इसमें आईजीआईएमएस से पांच, कंकड़बाग पीसी कॉलोनी से एक, पटना सिटी के सुल्तानगंज इलाके से दो, दानापुर से एक के अलावा बुद्धा कॉलोनी, शास्त्रीनगर आदि इलाकों के हैं।
विशेषज्ञों का भी अनुमान है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते ही पटना में इतनी तेजी से संक्रमण फैला है। आईजीआईएमएस माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. नम्रता ने बताया कि दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट का प्रसार बहुत तेजी से होता है। इसीलिए इसे सुपर स्प्रेडर कहा जा रहा है. यह चिंताजनक है।