नई दिल्लीः अबकी बार मास्क वाली ईद, मास्क वाली दिवाली और दशहरा मनेगा। सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है। ऐसे में दो गज की दूरी और मास्क जरूरी है।
सावधानी न बरतने पर 90 फीसदी लोग कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। कोरोना टास्क फोर्स के चेयरमैन और नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल ने यह बातें मंगलवार को प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि वैश्विक विशेषज्ञ बार-बार यह चेतावनी दे रहे हैं कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है।
देश में 15 फीसदी लोग अभी भी संक्रमित हैं। यह संक्रमितों की एक बड़ी आबादी है। इसलिए सावधानी बहुत ज्यादा जरूरी है। इसके अलावा दूसरे सिरो सर्वे से यह पता चला है कि सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित शहरी स्लम और शहरी नॉन-स्लम एरिया हैं।
ग्रामीण क्षेत्र अपेक्षाकृत कम प्रभावित हैं। अच्छी बात यह है कि महाराष्ट्र में पिछले एक सप्ताह से गिरोना संक्रमितों की संख्या में गिरावट आई है और चिंता की बात है कि केरल में बढ़ोतरी हुई है। बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या के बीच आईसीएमआर के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव ने सीरो सर्वे-2 को लेकर कहा कि 10 साल और इससे अधिक आयु का हर 15वां व्यक्ति कोरोना की चपेट में आ चुका है।
आईसीएमआर ने 17 अगस्त से 22 सितम्बर तक 29,082 लोगों के बीच दूसरा सिरो सर्वे किया। इसमें 6.6 फीसदी लोगों में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए हैं। आईसीएमआर सीरो सर्वे के अनुसार शहरी मलिन बस्तियों में 15.6 फीसदी, गैर-मलिन बस्तियों में 8.2 फीसदी, ग्रामीण क्षेत्रों में 4.4 फीसदी कोविड का प्रसार देखने को मिला है। डा. भार्गव ने कहा कि 'सीरो सर्वे रिपोर्ट में एक बड़ी आबादी के कोरोना की चपेट में आने की आशंका है। ऐसे में 5-टी स्ट्रैटिजी (टेस्ट, ट्रैक, ट्रेस, ट्रीट और टेक्नॉलजी) को अपनाना होगा।
सर्दियों में सावधानी जरूरी वरना 90 फीसदी लोग आ सकते हैं कोरोना की चपेट में
कोरोना टॉस्क फोर्स के चेयरमैन डा. वीके पॉल ने कहा कि सर्दियों का मौसम आ रहा है और इस मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम व निमोनिया होना एक आम बात है। ऐसे में जरूरी है कि हमें सर्दी न लगे। त्यौहारी सीजन में बदलते मौसम का अगर हम ध्यान नहीं रखेंगे तो 90 फीसदी लोग कोरोना की चपेट में आ सकते हैं।
बचाव के लिए जरूरी है कि लोग मास्क पहनें, दो गज की दूरी के नियमों का पालन करें। हल्दी का दूध पीएं, च्यवनप्राश खाएं और हाथों को साफ रखें। काढ़ा जरूर पीते रहें। इससे सर्दी में जुकाम जैसे छोटे संक्रमण से बचे रहेंगे और कोरोना से बचने के लिए इम्युनिटी बेहतर होगी।