कोरोना वायरस के खौफ का असर दिल्ली के धार्मिक स्थलों पर भी नजर आने लगा है. खतरे को देखते हुए दिल्ली सिख गुरु द्वारा प्रबंधन कमेटी ने बड़े फैसले लिए हैं. गुरुद्वारों के लिए नए नियम बनाए गए हैं और उन्हें कड़ाई से इनका पालन करने को कहा गया है. कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने लोकमत को बताया कि सभी गुरुद्वारों में किसी को आने से मना तो नहीं किया जा सकता लेकिन कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कई तरह के एहतियाती कदम उठाए गए हैं.
गुरुद्वारे में दर्शन करने के इच्छुक विदेश से आने वाले सैलानियों के लिए 15 दिन की वेटिंग शुरू कर दी गई है. कमेटी की ओर से कहा गया है कि ऐसे लोग विदेश से आने के कम से कम 15 दिन बाद ही गुरुद्वारा आ सकते हैं. इसके अतिरिक्त गुरुद्वारे के सेवादारों और कर्मचारियों को 20 से 25 सेकंड तक साबुन से हाथ धोना अनिवार्य कर दिया गया है.
परिसर से बाहर आते समय भी उन्हें इसी तरह हाथ धोने का निर्देश दिया गया है. गुरुद्वारा परिसर की सीढ़ियां, रेलिंग सहित दूसरे स्थानों को भी सेनिटाइज किया जाएगा. लंगर के कर्मचारियों को पूरी तरह साफ सफाई बरतने को कहा गया है. प्रबंधन में जुटे महत्वपूर्ण लोगों को कर्मचारियों पर नजर रखने को कहा गया है.गुरुद्वारों को निर्देश दिया गया है कि वह सर ढकने के लिए गुरुद्वारे की ओर से रूमाल देना बंद कर दें, इससे संक्रमण का खतरा हो सकता है. इसके स्थान पर लोगों से कहा गया है कि वह अपना खुद का रूमाल या अन्य कपडा़ साथ लाएं.