नागपुर: मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में सेवा दे रहे एक डॉक्टर में कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई देने से रविवार को खलबली मच गई. संबंधित डॉक्टर को भर्ती कराया गया है. इस संदिग्ध के साथ रविवार को मेयो अस्पताल में एक तथा मेडिकल में 19 कोरोना वायरस के संदिग्ध को भर्ती कराया गया है.
इसमें अधिकांश रोगी विदेश यात्रा कर लौटे हैं तथा कुछ उनके संपर्क में आए संदिग्ध हैं. रविवार को जांचे गए नमूनों में एक भी रोगी पॉजिटिव नहीं आया. इसके बाद प्रशासन ने कुछ राहत महसूस की.
प्राप्त जानकारी के अनुसार संबंधित डॉक्टर की ड्यूटी दो मार्च से आइसोलेशन वार्ड में लगाई गई थी. पसर्नल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) नाम के किट का उपयोग भी डॉक्टर कर रहा था. शनिवार को अचानक उसे तेज बुखार, सर्दी, खांसी के लक्षण दिखाई दिए. रविवार को उसे तत्काल उसी वार्ड में भर्ती कराया गया. उसके नमूने लेकर जांच के लिए मेयो की प्रयोगशाला में भेज दिया गया है.
रविवार को अवकाश का दिन होने के बावजूद जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे ने मेयो अस्पताल व मेडिकल के आइसोलेशन वार्ड का मुआयना किया. दोनों ही अस्पतालों में उपलब्ध कराई गई सुविधा से वे संतुष्ट नजर आए. उन्होंने निवासी डॉक्टर के स्वास्थ्य की भी जानकारी ली.
कोरोना वायरस के संदिग्धों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन उसकी तुलना में पॉजिटिव आने वाले रोगी कम हैं. इससे आमजन में धीरे-धीरे भय का वातावरण कम होने लगा है. फिर भी अधिकांश व्यक्ति वायरस से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं. इससे जल्द ही इस पर काबू पाए जाने के आसार हैं.