लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी लगतार बढ़ रहा है। राज्य में आज 536 नए मामले दर्ज किए गए। आज प्रदेश में 20 लोगों की मौत हुई है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 536 नए मामले सामने आए हैं, सक्रिय मामलों की कुल संख्या अब 4642 है।
कल प्रदेश में 15607 सैंपल टेस्ट किए गए। जून के अंत तक 20 हजार टेस्ट प्रतिदिन क्षमता का लक्ष्य रखा गया है। अब तक प्रदेश में 4 लाख 19 हजार 994 सैंपल विभिन्न प्रयोगशालाओं में टेस्ट किए गए हैं। अभी तक 7609 लोग पूरी तरह ठीक होने के बाद अपने घर लौट चुके हैं। हमारा रिकवरी रेट 60.31% हो गया है।
कल 5-5 सैंपल के 1148 पूल लगाए गए। 10-10 सैंपल के 90 पूल लगाए गए है। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि हमारी टेस्टिंग क्षमता 15,700 प्रतिदिन हो गई है, इसलिए हमने रैंडम सैंपलिंग शुरू की। हमने 18 जनपदों में ग्रामीण क्षेत्रों में 8 हजार से ज्यादा सैंपल लिए गए, परन्तु कोई पॉजिटिव नहीं आया। इसलिए कम्युनिटी ट्रांसमिशन की कोई बात नहीं है। जो ज्यादा आबादी वाले नगर निगम हैं या जहां पर ज्यादा मामले सामने आए हैं, वहां भी हम रैंडम सैंपलिंग शुरू करने जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से 20 और लोगों की मौत के साथ ही शुक्रवार को मृतकों की संख्या बढकर 365 हो गयी जबकि संक्रमण के 12, 616 मामले हो गये हैं। प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में इस समय संक्रमण के 4642 उपचाराधीन मामले हैं। अब तक 7609 लोगों को अस्पतालों से छुटटी मिल चुकी है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड—19 संक्रमण की वजह से अब तक 365 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संक्रमण के कुल 12, 616 मामले हैं। प्रसाद ने बताया कि जांच के मामले में प्रदेश में बृहस्पतिवार को फिर एक नया कीर्तिमान स्थापित हुए । बृहस्पतिवार को 15, 607 नमूनों की जांच की गयी । अब तक कुल 4, 19, 994 नमूनों की जांच की जा चुकी है ।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने आज टीम 11 की बैठक में विकास की योजनाओं को आगे बढ़ाने पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रीत किया है। प्रदेश के हर विभाग में जहां निर्माण की योजनाएं हैं जहां हमारे श्रमिक और कामगार काम कर सकते हैं उनको आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री जी ने बैठक ली।
मुख्यमंत्री जी ने विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए सभी कमिश्नर को बहुत ही स्पष्ट और सख्त हिदायत दी हैं। आज शाम 5:30 बजे ट्रू-नेट मशीन जिससे कोविड का फास्ट टेस्ट हो पाएगा, प्रत्येक जनपद में इन नई मशीनों का उद्घाटन मुख्यमंत्री जी करेंगे। अब तक 1643 ट्रेनें प्रदेश में आ चुकी हैं, आज एक ट्रेन तमिलनाडु से गोरखपुर पहुंच रही है। भट्ठा श्रमिकों की विशेष व्यवस्था रेलवे के साथ और भट्ठा संघ के साथ कर दी गई है और उन्हें सकुशल घर भेजा जा रहा है।
कुल 7897 लोगों को पृथक-वास में रखा गया है
कुल 7897 लोगों को पृथक-वास में रखा गया है। ये वो लोग हैं, जो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये थे या निषिद्ध क्षेत्रों में रह रहे हैं या फिर संक्रमण की दृष्टि से संवेदनशील हैं। अगर कोरोना संक्रमण का कोई लक्षण मिलता है तो ऐसे लोगों की जांच करायी जाती है और अगर संक्रमित पाये जाते हैं तो उन्हें पृथक-वास में रखते हुए अस्पताल में उपचार कराया जाता है।
प्रमुख सचिव ने कहा, ''ये देखा जा रहा है कि जो समय से जांच इलाज करा रहे हैं, उन्हें कोई जटिलता नहीं हो रही है और वे पूर्णतया ठीक होकर घर जा रहे हैं । जो लोग इस संक्रमण को छिपा रहे हैं और आखिरी समय पर अस्पताल आ रहे हैं, उनमें जटिलताएं हो रही हैं और किसी किसी की मौत भी हो जा रही है।''
उन्होंने कहा, ''इसीलिए इस संक्रमण को ना तो छिपाइये और ना ही कोई हीन भावना मन में रखिये। तत्काल सामने आइए और अपनी जांच कराइये ।'' उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी को संक्रमण के किसी तरह के लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत जांच कराइये। इसीलिए जांच की क्षमता को हम लगातार विस्तारित कर रहे हैं।’’
उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का लगातार उपयोग किया जा रहा है । इसके जरिए जिन लोगों को एलर्ट आये हैं, ऐसे 74, 878 लोगों को स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष से फोन कर हाल चाल जाना गया और उचित सलाह दी गयी। प्रसाद ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं ने 15, 52, 199 प्रवासी श्रमिकों और कामगारों के घर घर जाकर सर्वेक्षण किया है।
सर्विलांस का कार्य भी निरंतर चल रहा है । निषिद्ध और गैर निषिद्ध क्षेत्रों में 89, 22, 124 घरों में 4, 54, 05, 904 लोगों का सर्वेक्षण किया जा चुका है । उन्होंने बताया कि अब प्रदेश के सभी 75 जनपदों के जिला अस्पतालों में ट्रूनेट मशीनें लग गयी हैं और शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन मशीनों को प्रदेश की जनता को समर्पित करेंगे । इन मशीनों के माध्यम से कोविड—19 संक्रमण की जांच आसानी से होगी।
इनपुट भाषा