Coronavirus: हरियाणा में खट्टर सरकार ने लिया फैसला, गुरुग्राम स्थित IT व BPO कंपनियों के कर्मचारियों को जुलाई अंत तक घर से करना होगा काम
By भाषा | Updated: April 26, 2020 17:31 IST2020-04-26T17:04:51+5:302020-04-26T17:31:00+5:30
कोरोना संकट के देखते हुए हरियाणा सरकार किसी भी तरह से रिश्क नहीं लेना चाहती है, इसीलिए गुरुग्राम की सभी एमएनसी, बीपीओ व आईटी कंपनियों को लॉकडाउन के बाद भी घर से काम करना होगा।

गुरुग्राम (फाइल फोटो)
गुरुग्राम: हरियाणा के गुरुग्राम स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनियों, सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों और बीपीओ कार्यालयों को कोविड-19 संकट के चलते जुलाई अंत तक ‘घर से काम’ करना होगा। इस बात की जानकारी हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने दी है। दरअसल, राज्य सरकार ने इन क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही की वजह से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए यह सख्त फैसला लिया है।
बता दें कि हरियाणा में कोरोना का हमला तेज हो गया है और राज्य में कोरोना वायरस COVID-19 के 17 और नए मरीज मिले हैं। पांच मरीज और ठीक हो गए हैं। दिल्ली से सटे सोनीपत में छह, गुरुग्राम व पानीपत में चार-चार और अंबाला, झज्जर व हिसार में एक-एक नए मरीज की पुष्टि हुई है।
हरियाणा में कोविड-19 संक्रमण के सात नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की संख्या रविवार को बढ़कर 294 हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है।
बुलेटिन में कहा गया है कि नूंह (57), गुड़गांव (51), फरीदाबाद (43), सोनीपत (20), पंचकूला (18) हरियाणा के सबसे अधिक प्रभावित इलाके हैं। बुलेटिन के अनुसार उपचार के बाद स्वस्थ हुए 192 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है।
लिहाजा राज्य में कोरोना वायरस के फिलहाल 99 रोगी हैं। इसके अलावा तीन लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल 98 मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में रखा गया है। नूंह में 19, पंचकूला और सोनीपत में 15- 15, फरीदाबाद में 14 व गुरुग्राम में 16 मरीज उपचाराधीन हैं। इसके अलावा रोहतक और पानीपत में तीन-तीन, अंबाला में दो और भिवानी में एक मरीज उपचाराधीन है। प्रदेश के 12 जिले कोरोना से पूरी तरह मुक्त हैं।