नई दिल्लीः दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने सभी को दहशत में डाल दिया है। देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के केस डिटेक्ट हो चुके हैं। देश का केंद्र होने के कारण दिल्ली में दूर प्रांत या विदेशियों की आवाजाही हर जगह के मुकाबले ज्यादा है। ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों से अपील की है कि भीड़ न जुटाएं। उन्होंने कहा कि शादी समारोहों को छोड़कर 50 से ज्यादा लोगों की भीड़ वाले कार्यक्रमों को मंजूरी नहीं दी जाएगी। उन्होंने अपने बयान में जोड़ते हुए कहा कि हो सके तो शादी समारोहों को भी टाल दें।
इसके साथ ही कोरोना वायरस से बचने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में पोर्टेबल हैंडवाश स्टेशन लगवाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के उपायों पर सभी जिला अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक के दौरान ये बातें कहीं। बैठक में उनके साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौजूद रहे।
इससे पहले सीएम ने कहा था कि वायरस से बचाव के लिए सरकारी, निजी कार्यालयों, शॉपिंग मॉलों समेत सभी सार्वजनिक स्थानों को संक्रमणरहित बनाना अनिवार्य कर दिया गया है। दिल्ली सरकार कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर चुकी है। कोरोना वायरस के संदर्भ में दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के खाली फ्लैटों का पृथक केंद्रों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
वहीं, दिल्ली सरकार ने डीटीसी, क्लस्टर बसों, मेट्रो, अस्पतालों की प्रतिदिन सफाई करने का आदेश पहले ही दे दिया था। नियोक्ताओं से अपील की गई थी कि वे पृथक रखे गए लोगों को सवैतनिक अवकाश दें ताकि उनकी आजीविका प्रभावित नहीं हो। दिल्ली के लोगों से अपील की गई है कि यदि आपके पड़ोस में कोई व्यक्ति पिछले 14 दिन में विदेश से लौटा है तो कृपया सरकार को सूचित करें।
दिल्ली में कोरोना से पहली मौत के बाद परिवार को अलग रखा, 50 घरों में की गई जांच
दिल्ली के जनकपुरी में वृद्ध महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सर्तकता दिखाते हुए महिला और उसके बेटे के संपर्क में आए सभी लोगों की जानकारी जुटाई है। परिवार के आठ सदस्यों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, लेकिन सभी को घर में ही अलग रखा गया है। पास के 50 घरों की भी जांच कराई जा चुकी है। वृद्ध महिला का बेटा जापान, जेनेवा और इटली से लौटा था। इन सभी देशों में कोरोना का सबसे बड़ा खतरा है। उसकी जांच रिपोर्ट सकारात्मक आई। मां की रिपोर्ट भी सकारात्मक आने के बाद परिवार के सभी आठ सदस्यों को जांचा गया। इनमें कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है।